वैज्ञानिकों की अब तक की मेहनत पर फिर सकता है पानी
कोरोना वायरस से एक तरफ पूरी दुनिया लड़ रही है. वही अभी तक इस महामारी की कोई दवा नहीं बनी है. इस पर दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने की कोशिश कर रहे है लेकिन अभी तक किसी को भी इसमें सफलता नहीं मिली है. बाकी देशों की तरह भारत भी इसका सही इलाज खोजने की दिशा में तेज़ी से काम कर रहा है. दरअसल दुनियाभर पर कोरोना का कहर गहरा ही होता जा रहा है. जिसकी वजह से हालातों को जल्द सही किया जा सके और बीमारी का कोई सही इलाज हो इसके लिए सभी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे है.
लेकिन वैज्ञानिकों को रिसर्च में कुछ ऐसा पता चला है. जिसके बाद भारत के साथ साथ बाकी देशो को भी बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल ऑस्ट्रेलिया और ताइवान के शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है. जिसकी वजह से वैज्ञानिको की मेहनत पर पानी फेर सकता है. शोध में पता चला है कि भारत में यह वायरस अब अपनी संरचना बदल रहा है जो कांटो के समान है. जो सीधा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाएगी. जो ACE2 युक्त फेफड़ों में पाया जाता है. जिस पर ऑस्टेलिया और ताइवान के शोध कर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस के स्वरूप बदलने पर यह पहली रिपोर्ट मिली है. जिसके बाद इसकी वैक्सीन पर खतरा मंडरा रहा है.
जाहिर है कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए सभी देश मिल कर जंग लड़ रहे है. साथ ही सभी देशों के वैज्ञानिक इस पर लगातार काम कर रहे है ताकि जल्द से जल्द वैक्सीन बनाई जा सके. लेकिन इस तरीके से यदि कोरोना अपना जटिल रूप ले लेगा तो इस पर वैज्ञानिकों की मेहनत पूरी तरीके से बर्बाद हो जाएगी. जिस पर फिर एक नए सिरे से रिसर्च करके वैक्सीन बनाने में भी काफी समय लग जायेगा और हालात तब तक बहुत ख़राब हो सकते है.
साभार- द चौपाल
0 Comments