कंपनी ने निवेशकों को चेक जारी करने के बाद बंद कर किया अपना खाता
रतनपुरा (मऊ)। लखनऊ की एक रियल स्टेट कंपनी ने 4 निवेशकों को फर्जी चेक देकर के लाखों रुपए का चूना लगाया है। निवेशकों ने कंपनी द्वारा जारी किए गए चेक को जब कलेक्शन हेतु बैंकों में लगाया तो चेक इस टिप्पणी के साथ वापस आ गया कि खाताधारक ने अपना बैंक खाता बंद करा दिया है। जिसकी वजह से चेक अनादृत हो गया ।
बताया जाता है कि रसड़ा प्रखंड के भेलाई गांव निवासी अरविंद तिवारी ,अच्छेलाल यादव, रतनपुरा कस्बा निवासी फतेह बहादुर गुप्ता ने 3-3 लाख रुपए तथा अंजली गुप्ता ने 50हजार रुपए वसुंधरा स्पेस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड लखनऊ नामक रियल स्टेट कंपनी में धन निवेश किया था। यह रकम 2 वर्ष के लिए निवेश की गई थी। परंतु कंपनी ने कुछ ही महीने के बाद बिना किसी सूचना के इस योजना को बंद कर दिया ।और निवेशकों ने धन वापसी के लिए जब कंपनी पर दबाव बनाया ,और इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा ,तो उसने काफी हील हुज्जत के बाद दिनांकित चेक जारी किया । निवेशको ने अपना धन वसुंधरा स्पेस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड में किया था ,परंतु कंपनी ने जन सुविधा ई मार्केटिंग कंपनी का चेक जारी किया।यह सभी चेक अनादृत हो गए ।इस तरह सेे सभी निवेशक ठगी और जालसाजी के शिकार हो गए । निवेशकों ने 138 नेगोशिएबल एक्ट के तहत प्रधानमंत्री भारत सरकार ,वित्त मंत्री भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय आदित्यनाथ योगी को शिकायती प्रतिवेदन देकर के उक्त कंपनी के विरुद्ध कड़ी एवं दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की है । निवेशकों ने कंपनी को अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से कानूनी नोटिस जारी किया था। परंतु कंपनी के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा ।कंपनी ने निवेशकों के साथ जिस तरह का कृत्य किया है वह पूरी तरह से दंडनीय अपराध है।परंतु कंपनी के सिरमौर अपनी ऊंची पहुंच और पोजीशन का बेजा लाभ उठाते हुए निवेशकों का शारीरिक ,मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहे है। जिससे छोटे निवेशकों में भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। निवेशकों ने कंपनी को सीज कर कड़ी एवं दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।प्रबंध निदेशक बंधुओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवा कर के निवेशकों पर अपनी ऊंची पहुंच का धौंस जमाता है,और कहता है कि हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है। तुम लोगों को नीचे से ऊपर तक इतना दौडाऊंगा कि तुम लोगों के जूते की एड़ियां घिस जाएगी ,और मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।
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