अनोखे अंदाज में छात्र सहायता समिति में मनाई स्वामी जी की जयंती


बलिया। वैसे तो सभी ने अपने अपने अंदाज में  स्वामी विवेकानंद की जयंती लेकिन रविवार को छात्र सहायता समिति द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती के  अवसर पर किया गया पौधरोपण अनोखा व सराहनीय प्रयास रहा।   तत्पश्चात छात्र सहायता समिति के संयोजन में आयोजित स्वामी विवेकानंद के जीवन स्मृति एवं विचारों पर गोष्ठी को संबोधित करते हुए बालकृष्ण मूर्ति ने कहा,"स्वामी जी द्वारा भारत भ्रमण के बाद भारतीय समाज मे व्याप्त पाखंड, भेदभाव, छुआछूत,  अकर्मण्यता और जातिवाद के सन्दर्भ में दिये गए विचार  भारत के विकास के लिए आज भी प्रासंगिक हैं। उनके विचारों को आत्मसात करके ही वर्तमान परिवेश में समस्याओं से निजात पाया जा सकता हैं।इसी क्रम में वरिष्ठ छात्र नेता विकेश सिंह सोनू ने कहा कि स्वामी जी युवाओं के प्रेरणा स्रोत है, आज के परिवेश में प्रत्येक नौजवान को उनके जीवनी का अध्ययन करके आत्मसात करना चाहिए।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए विचारक पार्थ सारथी  ने स्वामी जी के द्वारा युवाओं को दिये गए संदेशो को याद करते हुए कहा कि युवाओ को अकर्मण्यता छोड़ कर देश औऱ समाज के लिए  काम करना चाहिए।जाति और धर्म का भेदभाव करने वाला तन से युवा हो सकता है लेकिन विचारों से युवा नहीं हो सकता है। इसी क्रम में समिति के अध्यक्ष सर्वदमन जयसवाल ने कहा कि विवेकानंद जी के बिचार, "उठो, जागो, और तब तक चलो जब तक मंजिल न मिल जाये" को आत्मसात करते हुए सामाजिक कार्यो में आगे आना चाहिए तथा समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।इस आयोजन में ऐडवोकेट गणेशनन्द मिश्र, प्रदीप कुमार, कमलेश कुमार, सोनू, मनोज गोंड, चन्दन सिंह, प्रदीप सिंह, विक्की सिंह आदि लोगों उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता काण्तेश्वर मिश्र एवं संचालन सर्वदमन जायसवाल ने किया।


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