*समस्त अस्थायी गोवंश एवं निराश्रित गोवंश को ठंड से बचाव के दिये निर्देश*

बलिया। जिलाधिकारी हरि प्रताप शाही ने निर्देश दिये कि समस्त अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल में अपने वाले नवीन गोवंश का तत्समय चिकित्सीय परीक्षण कर मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर पत्रावली में संरक्षित करें, ताकि मृत्यु दर को प्रत्येक दशा में रोका जा सके। 

 

पूर्व से संरक्षित गोवंश की नियमित जांच कर बीमारी पशुओं की समुचित चिकित्सा की जाए। नर पशुओं का शत-प्रतिशत बधियाकरण कार्य पूर्ण कर लिया जाए। संरक्षित गोवंश का शत-प्रतिशत ईयर टैंगिग कार्य पूर्ण कर अभिलेख रखा जाए। संबंधित खंड विकास अधिकारी/अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत से समन्वय स्थापित कर पशु संख्या के सापेक्ष पर्याप्त शेड की व्यवस्था करायी जाय। गोवंश को ठंड से बचाव हेतु संबंधित अधिकारियों के समन्वय से शेड को तिरपाल, बोरे, कंबल आदि से उचित रूप से घेरा जाए। अधिक ठंड के समय अलाव की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाय, ताकि ठंड से किसी गोवंश की मृत्यु न होने पाये। गोवंश सुपुर्दगी की लक्ष्यपूर्ति कम समय में प्राप्त कर ली जाय। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निराश्रित गोवंश जो छुट्टा सड़कों पर घूम रहे हैं संबंधित अधिकारियों के समन्वय से गौशालाओं में संरक्षित कराने का प्रयास किया जाए। 

 

हरे चारे की उपलब्धता हेतु आवश्यक भूमि की उपलब्धता होने पर चारा बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए एवं विभागीय योजनाओं में उपलब्ध मिनरल मिक्सचर निराश्रित गोवंश को उपलब्ध कराया जाय जिससे ठंड के समय पशुओं की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।

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