फेफड़ों में पानी भरने पर शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। आइए, जानते हैं इसके बारे में विस्तार से :-
फेफड़ों में पानी भरना एक गंभीर समस्या है। इसे मेडिकल भाषा में पल्मोनरी एडिमा कहा जाता है। इस स्थिति में फेफड़ों में मौजूद छोटी-छोटी थैलियों में द्रव या तरल पदार्थ भर जाता है। इसकी वजह से शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। फेफड़ों में पानी भरने के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। आमतौर पर, हृदय संबंधी समस्याएं पल्मोनरी एडिमा का कारण बनती हैं। हालांकि, कुछ अन्य कारणों जैसे निमोनिया, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड इन्फेक्शन, किडनी या लंग्स से जुड़े रोग, शरीर का कोई अंग खराब होने पर और कुछ दवाओं की वजह से भी फेफड़ों के पानी भरने की समस्या हो सकती है। पल्मोनरी एडिमा एक मेडिकल इमरजेंसी है, जिसका तुरंत इलाज किया जाना जरूरी है। समय पर इलाज न मिलने से मरीज की जान भी जा सकती है। फेफड़ों में पानी भरने पर शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। सही समय पर इन लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से मरीज की जान बचाई जा सकती है। आइए, नई दिल्ली के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ संतोष झा से जानते हैं फेफड़ों में पानी भरने के लक्षणों के बारे में विस्तार से :-
फेफड़ों में पानी भरने के लक्षण : फेफड़ों में पानी भरने के कारण पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसके लक्षण अचानक दिख सकते हैं या समय के साथ विकसित हो सकते हैं। अगर इन लक्षणों की समय रहते पहचान कर ली जाए, तो इस बीमारी का इलाज आसानी से किया जा सकता है। आइए, जानते हैं फेफड़ों में पानी भरने के लक्षणों के बारे में :-
1. सांस लेने में परेशानी होना
2. खांसी के साथ बलगम आना
3. त्वचा में पीलापन दिखाई देना
4. सीने में दर्द होना
5. घबराहट या बेचैनी होना
6. बहुत ज्यादा पसीना आना
7. अनियमित दिल की धड़कन
8. लेटने पर सांस लेने में दिक्कत होना
फेफड़ों में पानी भरने से बचाव के उपाय :
👉हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें। अपनी डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, बीन्स, नट्स, अंडे, चिकन, मछली, संतरा, दूध और टोफू को शामिल करें।
👉फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए अदरक, काली मिर्च, लहसुन, हल्दी और दालचीनी जैसी जड़ी-बूटियों का सेवन करे।
👉नमक का सेवन कम करें क्योंकि शरीर में नमक की मात्रा अधिक होने पर पानी जमा हो जा सकता है।
👉पल्मोनरी एडिमा की स्थिति में शराब के सेवन और स्मोकिंग करने से बचें। इससे आपकी स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है।
👉अपने वजन को कंट्रोल में रखें।
👉नियमित रूप से व्यायाम करें। हालांकि, ज्यादा हैवी एक्सरसाइज करने से बचें।
👉तनाव से दूर रहने का प्रयास करें।
👉कोई भी परेशानी महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
Disclaimer : हमारे लेखों में साझा की गई जानकारी केवल इंफॉर्मेशनल उद्देश्यों से शेयर की जा रही है इन्हें डॉक्टर की सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी बीमारी या विशिष्ट हेल्थ कंडीशन के लिए स्पेशलिस्ट से परामर्श लेना अनिवार्य होना चाहिए। डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह के आधार पर ही इलाज की प्रक्रिया शुरु की जानी चाहिए।
साभार - thehealthsite.com
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