बलिया : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कृषि भवन सभागार में हुई किसान दिवस की बैठक


*जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को सुन निस्तारण के दिए निर्देश*

*छाए रहे राजस्व विवाद और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित मुद्दे*

बलिया। किसान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को कृषि भवन सभागार में किसान दिवस की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उसका शीघ्र निस्तारण किया जाए। खासकर कृषि, सिंचाई व बिजली विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से किसान भाइयों की बातों का ख्याल रखने को कहा। 

किसान अखिलेश सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि रबी सीजन में पैदावार कम होने की आशंका है खासतौर पर गेहूं की। जनपद में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत भारतीय कृषि बीमा कंपनी (AIC) द्वारा फसलों का बीमा प्रीमियम कराया गया है लेकिन सभी किसानों को उनकी क्षतिपूर्ति के लिए  बीमा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने क्रॉप कटिंग के आधार पर इस योजना का लाभ दिलाने का आग्रह किया।साथ ही कुछ किसानों के खाते से धनराशि स्वैच्छिक रूप से कट जा रही है। इस पर जिलाधिकारी ने एलडीएम से पूछा तो उसने बताया कि एक सीजन में बीमा प्रीमियम करा लेने पर दूसरे सीजन में राशि स्वैच्छिक रूप से कट जाती है यदि किसान चाहे तो बैंक में जाकर उसे रुकवा सकते हैं। जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया कि कृषि बीमा कंपनी से इस संबंध में रिपोर्ट लेकर, कि कितने लोगों को इस योजना के माध्यम से लाभान्वित किया गया है,प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने कहा कि बैंकों से बीमा प्रीमियम की राशि स्वैच्छिक और ऐच्छिक रूप से कटने संबंधी विसंगति को शासन स्तर पर अवगत कराया जाएगा।

इस अवसर पर किसानों  ने कृषि से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। कुछ किसानों ने कहा कि कृषि से संबंधित भूमि विवाद के मामले राजस्व न्यायालयों में जमीन के अंश निर्धारण सहित अन्य मामले लंबे समय तक लंबित हैं और अधिकारी इसके निस्तारण में तत्परता नहीं दिखा रहे हैं,साथ ही चकबंदी के मामले में भी वकीलों के लगातार बहिष्कार को भी संज्ञान में लाने का अनुरोध किया।जिलाधिकारी ने किसानों इन मामलों के निस्तारण का भरोसा दिलाया और संबंधित मामलों को लिखित आवेदन के रूप में देने का आग्रह किया, जिससे तहसीलों के अधिकारियों/ कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

किसानों ने जनपद में खाद की उपलब्धता को लेकर जिलाधिकारी की तारीफ की। उन्होंने विकासखंडों में स्थित साधन सहकारी समितियों के जर्जर भवनों को कायाकल्प योजना के माध्यम से जीर्णोद्धार कराने, दलहनी  फसलों जैसे मसूर व चना के लिए क्रय केंद्र खोलने और विद्युत विभाग को निर्देशित कर सिंचाई के लिए बिजली देने का रोस्टर दिन में करने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने कहा कि बिजली संबंधी मामले में शासन को चिट्ठी लिखी गई है बाकी मामलों को भी शासन के संज्ञान में लाया जाएगा। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि किसानों की सभी समस्याओं का संतुष्टिपरक निस्तारण कराया जाएगा।

जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी बैठक के दौरान किसानों ने अपनी समस्याएं रखी है, उसकी अगली बैठक से पहले तक समाधान करके आएँ, तभी इस किसान दिवस की बैठक सार्थकता सिद्ध होगी। अन्य किसानों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया, जिसके समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर, कृषि उपनिदेशक मनीष सिंह, जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति सहित अन्य संबंधित अधिकारी व जनपद के किसान भाई मौजूद थे।



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