गायत्री परिवार बलिया : दो जनवरी को निकलेगी 108 कुंडीय यज्ञ की कलश यात्रा : विजेंद्र नाथ चौबे


बलिया। नववर्ष का अभिनंदन तो पूरा देश करता है पर गायत्री परिवार बलिया के लोगों का अंदाज ही अलग होता है। सनातन धर्म के मुताबिक सभी लोग नववर्ष का अभिनंदन 108 कुंडीय महायज्ञ का पांच दिवसीय आयोजन से करते हैं। इस वर्ष भी गायत्री परिवार की यही तैयारी है। महायज्ञ का आयोजन स्थल महाबीर घाट गंगा जी मार्ग पर स्थापित ख्याति प्राप्त गायत्री शक्तिपीठ ही होगा। गायत्री परिवार आयोजन की तैयारी में जुटा है। शक्तिपीठ प्रभारी विजेंद्र नाथ चौबे “भगवन जी” ने मीडिया के समक्ष आयोजन कार्यक्रम को विस्तार से रखा।

श्री चौबे ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गायत्री शक्तिपीठ महावीर घाट (गंगा जी मार्ग) बलिया पर गायत्री माता प्राण प्रतिष्ठा वार्षिकोत्सव का आयोजन एक जनवरी से 5 जनवरी 2024 तक होगा। बलिया के वातावरण क़ो प्राकृतिक आपदाओं से मुक्त रखने के लिये 108 कुण्डीय महायज्ञ किया जायेगा। व्यक्ति के जीवन में साधना व अध्यात्म का कितना महत्व है उसका आभास सभी को वहीं होगा। आचार्य चौबे ने कहा कि समूचा विश्व महान परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है। इस परिवर्तन क़ो सही स्वरुप देने में इस यज्ञ की बड़ी भूमिका होती है। आचार्य चौबे ने आमजन से इस आयोजन में शामिल होकर भाग्यशाली बनने का आह्वान किया है। इस महायज्ञ से होने वाले लाभ क़ो बताते हुए आचार्य श्री चौबे ने कहा कि यज्ञ प्रकृति के अनियमित चक्रो क़ो नियमित करने में सहायक सिद्ध होता है। यह कई शारीरिक बीमारियों का इलाज कर सकने में प्रभावी है। इसे यज्ञपैथी या होम चिकित्सा कहा जाता है। वैज्ञानिक ढंग से किये गये यज्ञ प्रदूषण क़ो नियंत्रित करने एवं वातावरण क़ो शुद्ध करने में सहायक होते है। यज्ञ से सात्विक विचार व वातावरण का निर्माण होता है, जो गोलोक के आध्यात्मिक विकास में बहुत सहायक होता है। बताया कि दो जनवरी को भव्य कलशयात्रा निकाली जाएगी।

108 व्यक्तियों के लिए इस बार आयोजित है कल्पवासना शिविर भी

108 गायत्री परिजनों क़ो 5 दिवसीय कल्पवास साधना शिविर का आयोजन भी इस बार शुरू किया जा रहा है। कल्पवास साधना शिविर में आने वाले साधकों क़ो मात्र अपने दिनचर्या वाले सामान ही लेकर आना है। बाकी रहना खाना, बिस्तर आदि सभी जरुरी सामान शिविर में ही निःशुल्क मिलेगा। साधना शिविर के लिये 12 फिट चौड़ा और 20 फिट लम्बे कुल 20 हाल (स्नानागार और शौचालय युक्त) बनाये गये है। कल्पवासना करने वाले लोग प्रतिदिन गंगा स्नान कर महायज्ञ सहित आयोजन के नियमित कार्यों में सहभागिता करेंगे।

आयोजन में निर्धारित कार्यक्रम

-एक जनवरी 2024 : स्वागत एवं कल्पवासी पंजीकरण, सायं 5 बजे से संगीत मय प्रवचन

–दो जनवरी 2024 : प्रातः 9 बजे से झांकियों के साथ भव्य कलश यात्रा, सायं 5 बजे से संगीतमय प्रवचन

-तीन जनवरी 2024 : प्रातः 6 बजे से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञा योग व्यायाम, 8 बजे से देव पूजन, गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, सायं 5 बजे संगीतमय प्रवचन

-चार जनवरी 2024 : प्रातः 6 बजे से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञा योग व्यायाम, 8 बजे से 11 बजे तक गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, 3 बजे से 4 बजे तक कार्यकर्त्ता गोष्ठी, सायं 5 बजे से 7 बजे तक संगीत मय प्रवचन एवं भव्य दीप महायज्ञ

-पांच जनवरी 2024 : प्रातः 6 बजे से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञा योग व्यायाम, 8 बजे से 11 बजे तक गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, पूर्णाहुति, सत्कार्य का अभिनन्दन एवं टोली की विदाई



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