बलिया : फाइलेरिया नाइट ब्लड सर्वे का एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ संपन्न

 


बलिया, 18 अक्टूबर 2023। वर्ष 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाइट ब्लड सर्वे बुधवार से शुरू हुआ जो 28 अक्टूबर तक किया जाएगा। सर्वे में टीमें लोगों की रक्त पट्टिका बनाकर उनकी जांच करेगी जिससे फाइलेरिया परजीवी की मौजूदगी का पता चल सके। 

इसको लेकर अपर निदेशक मलेरिया एवं वीबीडी के द्वारा प्राप्त निर्देश के क्रम में मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय सभागार में जिले के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लैब टेक्नीशियन व अन्य सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव व सीनियर लैब टैकनीशियन छोटे लाल प्रसाद ने प्रशिक्षण दिया। जिला मलेरिया अधिकारी ने नाइट ब्लड सर्वे के दौरान ब्लड सैंपल लेना, माइक्रोस्कोप जांच करना आदि के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि 17 ब्लॉक के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नाइट ब्लड सर्वे का कार्य होगा।सभी ब्लॉक व शहरी क्षेत्र के दो चिन्हित ग्रामो/साइट (सेन्टिनल व रेण्डम) नाइट सर्वे का कार्य होगा। प्रत्येक ग्राम से तीन सौ रक्त पट्टिकाएं बनायी जायेगी।प्रत्येक नाइट ब्लड सर्वे में 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की रक्त पट्टिकाएं बनायी जायेगी।


 *क्या है फाइलेरिया :-* 

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर जनित रोग है। यह मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसे हाथी पांव भी कहा जाता है। यह बीमारी न सिर्फ व्यक्ति को दिव्यांग बना देती है बल्कि इस वजह से मरीज की मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। शुरू में डॉक्टर की सलाह पर दवा का सेवन किया जाए तो बीमारी को बढ़ने से रोक सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस- पास व अंदर साफ-सफाई रखें, पानी जमा न होने दें और समय-समय पर रुके हुए पानी में कीटनाशक, जला हुआ मोबिल आयल, डीजल का छिड़काव करते रहें। 

उन्होंने बताया की इससे बचने के लिए एमडीए अभियान के दौरान दो वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को दवा का सेवन करने की आवश्यकता है। दवा के सेवन से फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है। फाइलेरिया के मरीजों को प्रभावित अंग की अच्छी तरह से साफ-सफाई करनी चाहिए, जिससे किसी प्रकार के संक्रमण से मरीज न प्रभावित हो। इसके लिए उन्हें साफ-सफाई और दवा का सेवन नियमित रूप से करना जरूरी है।

जिला मलेरिया अधिकारी ने जनपदवासियों से अपील की कि फाइलेरिया नाइट सर्वे के लिए जब भी आपके गांव में टीम पहुंचे आप लोग उनका सहयोग करें एवं फाइलेरिया की जांच अवश्य  कराए। यह जाँच रात के आठ बजे से बारह बजे तक की जायेगी।



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