बलिया : पार्क कहानी ने मानव जीवन की उलझन को मंच पर उतारा

 


बलिया। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक कला अकादमी लखनऊ एवं जिला प्रशासन बलिया के संयुक्त तत्वाधान तथा संकल्प साहित्य सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर, बलिया के सहयोग से 26 फरवरी को 'पार्क' नामक नाटक का मंचन बहुउद्देशीय सभागार में किया गया।


'पार्क' की कहानी अजीब उलझन से भरी दुनिया में अपनी जगह तलाशने और उसे बचा पाने के संघर्ष पर आधारित है। उदय मानसिक तनाव से जूझता एक युवक है जो पार्क में अपनी मनोचिकित्सक इति का इंतजार कर रहा है। इति मिलने तो आती है मगर उसको उलझन से निकालने में असमर्थता जता कर चली जाती है। इसके बाद शुरू होता है उदय, नवाज और टीचर के बीच अपनी अपनी बेंच को लेकर झगड़ा जो मनुष्य के दुखों, उसकी उलझनों और पल भर को मिलाने वाली राहतो से गुजरता हुआ इस संसार में इंसान की हैसियत और उसकी जगह के महत्व तक पहुंचता है।


नाटक का लेखन मानव कौल तथा निर्देशन दानिश खान, दया दृष्टि चैरिटेबल  बरेली द्वारा किया गया है। नाटक में दानिश खान, अजय चौहान, राजू चौहान, फरीन, स्पर्श तथा अनुष्का ने शानदार अभिनय किया। नाटक के अंत में जिला विकास अधिकारी द्वारा कलाकारों को सम्मानित किया गया।



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