पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन अगर आपके घर में ही पीपल का पेड़ उग जाए तो आप क्या करेंगे। क्या उसे काट देंगे या पवित्र मानकर उसकी पूजा करते रहेंगे। आज आपका यह असमंजस हम दूूर कर देते हैं।
पीपल के पेड़ को काफी पूजनीय माना गया है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिए अपने उपदेश में खुद वृक्षों में पीपल का पेड़ बताया था। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पीपल के पेड़ पर भी देवी-देवताओं का वास होता है। अपने अनेक गुणों की वजह से पीपल के पेड़ को बाकी सभी वृक्षों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। लेकिन हमेशा लोगों को यह समस्या आती है कि घर की छत या अन्य किसी हिस्से में पीपल का पेड़ उग जाए तो क्या किया जाए। ऐसे में उसे काटकर पाप का भागी बनना चाहिए या फिर अपने घर को धीरे-धीरे बर्बाद होते हुए देखना चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं कि ऐसे धर्म संकट में क्या करना चाहिए।
घर में पीपल का पेड़ उगना : धार्मिक विद्वानों के मुताबिक पीपल का पेड़ बाकी वृक्षों में सबसे शुभ माना गया है। अगर आपके घर में पीपल का पेड़ अपने आप उग जाता है तो यह किसी अनिष्ट की निशानी होता है। घर की तरक्की धीरे-धीरे मंद पड़ने लग जाती है। साथ ही आर्थिक समस्याएं घर के लोगों को घेरने लगती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप रविवार के दिन घर में उग जाए तो पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा दें। ऐसा करने से आप पाप के भागी बनने से भी बच जाएंगे।
एक फुट बढ़ने दें : वास्तु शास्त्र के अनुसार पीपल का पेड़ शुभ तो रहता है लेकिन घर से दूर होने पर ही शुभ फल देता है। अगर अनजाने में यह आपके घर के किसी कोने में उग जाए तो उसे एक फुट तक का बड़ा होने दें। इसके बाद उसे जड़ समेत खोदकर दूसरी जगह लगवा दें। ऐसा करने से उस पीपल को दूसरी जगह बढ़ने के लिए मिट्टी मिल जाएगी। आप भी उसे काटने के अपराध से बच जाएंगे। पीपल का पेड़ पार्क, मंदिर या सड़क के किनारे होना ही अच्छा होता है। जिस घर में पीपल की छाया आती है उस घर की उन्नति में बाधा आने लगती है। दरअसल पीपल का पेड़ काटने से पितरों को पीड़ा होती है।
दूसरी जगह लगा दें : ज्योतिष के अनुसार अगर घर के किसी कोने में आपने हाल ही में कोई पीपल का पेड़ उगता देखा है तो उसे तुरंत जड़ समेत उखाड़ कर किसी गमले में लगा दें। इसके बाद इस गमले को पास के किसी मंदिर में दान कर आएं। जहां उसे मिट्टी में लगाकर उसे बड़ा होने दिया जाए। इसके साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि घर की पूर्व दिशा में किसी भी हालत में पीपल का पेड़ नहीं लगा होना चाहिए। ऐसा करने से घर में क्लेश और दरिद्रता का वास होने लगता है। इससे बचने के लिए आप पीपल के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करके उसे कटवा सकते हैं। भले ही पीपल के पेड़ को दैवीय वृक्ष माना जाता है लेकिन पीपल का पेड़ घर में उगना अशुभ माना जाता है।
पीपल का पेड़ बार-बार उगे : कई बार ऐसा भी होता है कि आप पीपल के किसी पेड़ को उखाड़ते हों लेकिन कुछ दिनों बाद वह फिर उग जाता हो। अगर ऐसा हो तो आप 45 दिनों तक पीपल के पेड़ की पूरी निष्ठा से पूजा करें और उस पर नित्य प्रतिदिन कच्चा दूध अर्पित करें। यह अवधि पूरी होने के बाद आप उस पीपल के पेड़ को जड़ समेत उखाड़कर किसी दूसरे स्थान पर लगा दें। पीपल का पेड़ अपने चारों तरफ एकांत पैदा करता है इसलिए किसी भी घर में यह पौधा होने पर वहां के लोगों के जीवन में संकट आता है। पीपल का पेड़ घर में होने से बच्चों में परेशानी आती है। साथ ही परिवार के विकास में भी समस्याएं आती हैं।
डिसक्लेमर : 'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
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