आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सनबीम बलिया में अत्यंत हर्षोल्लास से मना स्वतंत्रता दिवस


बलिया। बलिया के अगरसंडा ग्राम स्थित सनबीम स्कूल में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के कक्षा प्रथम से कक्षा द्वादश तक के समस्त विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ0 जनार्दन राय, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री संजय कुमार पांडेय, सचिव श्री अरूण कुमार सिंह, निदेशक डॉ0 कुंवर अरूण सिंह तथा प्रधानाचार्या डॉ0 अर्पिता सिंह द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया।


इस अवसर पर विद्यालय के एनसीसी कैडेडों द्वारा मार्च पास्ट कर राष्ट्र ध्वज तथा प्रांगण में उपस्थित समस्त विशिष्ट जनों को सलामी दी गई। इसके उपरांत विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के मनमोहक एवम रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसमे स्वागत गीत, देशभक्ति गीत, विभिन्न प्रकार के नृत्य नृत्य प्रस्तुत किया गया।


इस पावन पर्व पर मुख्य अतिथि डॉ0 जनार्दन राय ने  सभी को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता के महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने प्रेरणात्मक शब्दों द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि आज जो हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, यह हमें अत्यंत परिश्रम एवम कठिनाई से प्राप्त हुई है जिसे सहेजकर रखने की जिम्मेदारी आप सभी की है। अतः आपको शिक्षा जगत में समस्त ऊंचाइयों को छूते हुए अपने देश की संस्कृति और गौरव को बनाए रखना है। विद्यालय के सचिव श्री अरूण कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्र भारत के वास्तविक स्वरूप को समझाया तथा उन्होंने विद्यार्थियों को ईमानदारी और निष्ठावान होकर अपने प्रशस्त मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।


विद्यालय निदेशक डॉ0 कुंवर अरूण सिंह ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि आज बच्चे ही कल का भविष्य है अतः उन्हें अपने पूर्वजों द्वारा किए गए संघर्षों को सदैव स्मरण करते हुए अपने भीतर देशप्रेम की ज्योति जगाए रखनी होगी। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम को अत्यंत उत्साह के साथ मनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों को मिष्ठान वितरित किया गया।



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