बिहार में अगले 48 घंटे में बड़ा उलटफेर? सीएम नीतीश के इस कदम ने बढ़ाई अटकलें, कांग्रेस का सभी एमएलए को पटना पहुंचने का फरमान


बिहार में राजनीतिक उलटफेर की संभावना है. जेडीयू नेता आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है.

बिहार की राजनीति में अगले 48 घंटे में बड़े उलटफेर की संभावना है. जेडीयू  नेता आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद जेडीयू बिना नाम लिए बीजेपी पर हमलावर हो गई. वहीं, सूत्रों के हवाले से कहा गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी  से फोन पर बात की. इसके बाद कांग्रेस ने बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास को आज पटना भेजने का फैसला ले लिया.

कांग्रेस ने सभी विधायकों को पटना बुलाया

इधर, दूसरी तरफ बिहार कांग्रेस ने सभी विधायकों को आज शाम पटना में पहुंचने का फरमान जारी किया. विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि बदलते हुए राजनीतिक हालात पर नज़र है. उन्होंने बताया कि दिल्ली मुख्यालय से कांग्रेस के प्रभारी से भी पटना आने का आग्रह किया गया है. जबकि, जेडीयू ने अपने सांसदों और विधायकों की मंगलवार को बैठक बुलाई है. इसके अलावा, आरजेडी ने भी कल अपने विधायकों की बैठक बुलाई है और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा अपने विधायक दल की मीटिंग करेगा. इन सब मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए बिहार में राजनीतिक फेरबदल की संभावना बनी हुई है. 

बता दें कि 30-31 जुलाई को पटना में बीजेपी ने अपने सभी सात मोर्चों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी. बीजेपी ने 200 सीटों पर तैयारी करने की बात कही थी वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि 200 क्यों, 243 सीटों पर तैयारी करिये. उन्होंने यह भी कहा था कि जेडीयू भी 243 सीटों की तैयारी कर रही है. हालांकि, बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को किसी तरह के नुकसान पहुंचने की बात से बीजेपी नेताओं ने इनकार किया था.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी और जेडीयू 2024 में साथ में चुनाव लड़ेंगी. वहीं, बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने कहा था कि बीजेपी और जेडीयू 2024 का लोकसभा चुनाव और 2025 का विधानसभा चुनाव साथ में लड़ेंगी, जिसे लेकर कोई भ्रांति नहीं है लेकिन जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने चिराग मॉडल की चर्चा कर जता दिया है कि बीजेपी और जेडीयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. 

ललन सिंह ने की चिराग मॉडल की चर्चा, भड़के एलजेपी अध्यक्ष

ललन सिंह ने रविवार को कहा कि 2020 में एक मॉडल तैयार किया था, जिसे चिराग मॉडल कहा गया, अब एक और चिराग मॉडल तैयार किया जा रहा था. दरअसल, 2020 में एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने जेडीयू के खिलाफ ही बीजेपी के कई बड़े नेताओं को उम्मीदवार बनाकर चुनाव में उतार दिया था, चुनाव के बाद ज्यादातर बीजेपी में लौट गए थे, जिसके बाद जेडीयू के विधायकों की संख्या 71 से 43 पर सिमट गई थी. 

ललन सिंह के बयान पर चिराग पासवान ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, ''मैं सकारात्मक राजनीति करता हूं, किसी का कोई मॉडल नहीं हूं. दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गयी है. बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर न तलाशे.'' चिराग पासवान ने आगे कहा, ''2024 में हार का डर ऐसा घुस गया है कि मामा कंस की तरह मां देवकी के हर पुत्र को मार देना चाहते हैं. पहले मुझ पर हमला और अब आरसीपी सिंह पर. नहीं जानते कि सियासी वध के लिए कृष्ण ने अवतार ले लिया है. इसबार पाला बदलना भी काम नहीं आएगा.''

साभार-abp news





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