लखनऊ मण्डल : भारतीय रेलवे द्वारा ’इण्डियन रेलवेज़ इनोवेशन पोर्टल’ किया गया लांच


लखनऊ 28 जून 2022। राष्ट्रीय परिवहन, भारतीय रेलवे ने स्टार्टअप एवं अन्य संस्थाओं की भागीदारी के माध्यम से नवाचार (इनोवेशन) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल की है। आत्म-निर्भर भारत को बढ़ावा देने के क्रम में भारतीय रेलवे द्वारा ’इण्डियन रेलवेज़ इनोवेशन पोर्टल’ लांच किया गया है। नवाचार नीति के माध्यम से देश के प्रतिभाशाली युवा नयी तकनीक के माध्यम से रेलवे के बड़े विकास में योगदान दे सकेंगे। इस नीति से बहुत बड़े एवं अप्रयुक्त स्टार्टअप परिस्थितिकी तंत्र की सहभागिता के माध्यम से रेल परिचालन, अनुरक्षण एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के क्षेत्र में दक्षता हासिल हो सकेगी। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 11 मदों को चिन्हित किया गया है जिन्हे नवोन्मेषी समाधान (इनोवेटिव सॉल्यूशन) खोजने के लिये स्टार्टअप समूहों के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। 

इस संबंध मे विगत सप्ताह अपर महाप्रबन्धक, पूर्वाेत्तर रेलवे श्री अशोक कुमार मिश्र की अध्यक्षता में 21 जून, 2022 को मुख्यालय गोरखपुर मे बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय स्टार्टअप, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, एकल इनोवेटर, पार्टनरशिप फर्म, कम्पनियाँ तथा मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय, जिला उद्योग केन्द्र एमएसएमई गोरखपुर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारतीय रेल ने परिचालन चुनौतियों - हेडवे में सुधार, ट्रैक स्वच्छता, रेल फ्रैक्चर की पहचान आदि से निपटने के लिये स्टार्टअप समूहों एवं अन्य संस्थाओं के भागीदारी के माध्यम से नवाचार (इनोवेशन)  नीति जारी की है जिसके बारे में बैठक में विस्तृत जानकारी दी गयी। श्री मिश्र ने कहा कि युवा वर्ग के पास विभिन्न प्रकार के नए विचार हैं, जिसके लिए रेलवे द्वारा “इनोवेशन पोर्टल” के माध्यम से यह मंच दिया गया है तथा जिसके माध्यम से रेलवे में नई तकनीक का विकास होगा।

भारतीय रेलवे की नवाचार नीति (इनोवेशन पालिसी) के अंतर्गत नवोन्मेषक (इनोवेटर) को रू0 1.5 करोड़ तक की राशि समान साझेदारी के आधार पर अनुदान स्वरूप प्रदान की जाएगी। “प्राब्लम स्टेटमेंट” से विकास तक की सभी प्रक्रिया आनलाइन संपादित होगी। इस संबंध मे रेलवे द्वारा प्रोटोटाइप ट्रायल किया जायेगा तथा प्रोटोटाइप के सफल प्रदर्शन पर बढ़ी हुई धनराशि प्रदान की जायेगी। नवोन्मेशकों (इनोवेटर्स) का चयन एक पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रणाली द्वारा किया जायेगा एवं विकसित इंटेलेक्चुवल प्रॉपर्टी राइट्स (आई.पी.आर.) भी नवोन्मेषक के पास ही रहेगा।

भारतीय रेल, स्टार्टअप के माध्यम से उन्नत तकनीक को अपनाकर गाड़ी संचलन में आने वाली चुनौतियों से निपटेगी। नई तकनीक के माध्यम से 11 मदों पर इनोवेटर, रेलवे के विकास में योगदान दे सकेंगे। भारतीय रेल द्वारा लांच इनोवेशन पोर्टल वेबसाइट WWW.innovation.indianrailways.gov.in पर उपलब्ध है, जिसमें इस नीति के बारे में सूचनायें दी गई हैं। इस पोर्टल के माध्यम से 30 जून 2022 से इच्छुक स्टार्टअप, इनोवेटर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी अपने प्रस्ताव ऑनलाइन भेज सकते हैं।

                             जन संपर्क अधिकारी 

                             पूर्वोत्तर रेलवे  लखनऊ। 



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