जज्बा : बलिया की बेटी संस्कृति तिवारी ने पिता का सपना पूरी कर बनीं डाक्टर


रिपोर्ट :- विक्की कुमार गुप्ता

बलिया। दादा का सपना था पौती डॉक्टर बनें, तो पौती कहां रुकने वाली थी। दादा के सपने को पूरा करने दिन रात मेहनत की और भर ली आसमान की उड़ान। अपने हौंसले और सालों मेहनत के दम पर एमबीबीएस की ड्रिगी हासिल की और बन गईं एक कुशल डॉक्टर।

हम बात कर रहें है जिले के ग्राम जैदोपुर मठिया छितौनी बलिया निवासी संस्कृति तिवारी की। जिन्होंने अपने अटूट दृढ़ निश्चय और परिश्रम के बल पर यह सफलता हासिल की है। संस्कृति स्वर्गीय जगदंबा तिवारी जी की पौत्री हैं। जगदंबा तिवारी का बड़ा सपना था कि हमारी पौत्री डॉक्टर बने, जिसके बाद संस्कृति ने भी अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिए पूरी जान लगा दी और डॉक्टर बनकर ही घर आईं।

उनके डॉक्टर बनने के बाद से पूरे घर में खुशी की लहर है। बधाईयां देने रिश्तेदारों का आना लगा हुआ है, मिठाईयां बांटने का दौर जारी है। अपनी बिटिया की उपलब्धि पर पिता मनोज तिवारी और माता रानी तिवारी गर्व महसूस कर रहे हैं। हालांकि इन खुशी के पल के बीच तिवारी परिवार जगदंबा तिवारी को याद कर रहा है। मनोज तिवारी ने कहा कि आज पिता जी की कमी महसूस हो रही है। वह यहां होते तो बेहद खुश होते।

वहीं संस्कृति की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार खुशी से झूम रहा है। आस-पडौस के लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। हर कोई संस्कृति के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बेटी को अपना आर्शीवाद दे रहे हैं।



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