बलिया : पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती


बलिया। आईसीएस की योग्यता होने के बाद भी नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने आराम की जिंदगी जीने की जगह देश को आजादी दिलाने की राह चुना था। उक्त उदगार मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने कलेक्ट्रेट परिसर में नेताजी की 125 वीं जयंती पर आयोजित पराक्रम दिवस व्यक्त करते हुए कहा कि अपने ऐसे पूर्वजों के सपनों का भारत बनाने के लिये हमें स्वस्थ, स्वच्छ, समर्थ भारत बनाने के लिये वैक्सीन लगवानी होगी, कोविड नियमों का पालन करना होगा।

इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिवार की ओर से नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार, प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी कुमार तिवारी ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पीआरडी के जवानों ने जेपी गुप्ता के नेतृत्व में सलामी दी।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद मंत्री, सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने कहा कि आजाद हिंद फौज के पौरुष से ब्रितानी सरकार को घुटनों के बल बैठाने वाले सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के सशस्त्र प्रतिरोध के कारण ही अंग्रेजी सरकार को भारत छोड़कर जाना पड़ा था। कार्यक्रम में सेनानी उत्तराधिकारी संगठन बलिया के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष मंजय सिंह, संजीव कुमार सिंह, अफसर आलम, मनीष कुमार, उपेन्द्र, संजय आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।



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