2 साल से कम के बच्चों में बढ़ता है ओमिक्रोन का खतरा, इस तरह रखें अपने बच्चों की सेहत का ख्याल


परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक बच्चों में पूरी कोरोना महामारी के दौरान हल्के लक्षण देखे गए हैं. ज्यादातर बच्चे घर पर ही रहकर ठीक हो जा रहे हैं.

पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना की रफ्तार में काफी तेजी देखने को मिली है. कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन के कारण देश भर में संक्रमण के दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है. कोरोना की इस नई लहर में देखा जा रहा है कि बड़ी संख्या में बच्चे भी कोरोना संक्रमित हुए है. इसमें बड़ी संख्या में कई बच्चों की उम्र 2 साल से कम है.

पिछले कुछ दिनों में कई सेलिब्रिटीज ने सोशल मीडिया के जरिए यह बताया है कि उनके दो साल से कम उम्र के बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. टीवी एक्ट्रेस किश्वर मर्चेंट और एक्टर सुयश राय के 4 महीने के बेटे निर्वैर, टीवी एक्टर नकुल मेहता के बेटे सूफी, टीवी एक्टर मोहित मलिक के बेटे इकबीर आदि की स्टार किड्स कोरोना की चपेट में आए हैं. इस सभी मामलों में एक खास बात ये है कि सभी एक्टर्स के बच्चों की उम्र 2 साल से कम है. American Academy of Pediatrics (AAP) के द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक अमेरिका में 100 में 17 मामले बच्चों के कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं. इसमें बड़ी संख्या में बच्चों की उम्र 2 साल से कम हैं.

बच्चों में देखे गए है हल्के लक्षण :

परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक बच्चों में पूरी कोरोना महामारी के दौरान हल्के लक्षण देखे गए हैं. ज्यादातर बच्चे घर पर ही रहकर ठीक हो जा रहे हैं. वहीं डेटा के द्वारा ये भी बताया गया है कि केवल 5 प्रतिशत बच्चों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है. इनमें उन बच्चों की संख्या ज्यादा है जो पहले से कोई ना कोई बीमारी से जूझ रहे थे. 

बच्चों के इलाज के लिए यूनीसेफ ने सुझाए ये टिप्स :

अगर आपके घर में कोई 2 साल से कम उम्र का बच्चा है तो उसकी सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. अगर उसे दो से तीन दिनों से बुखार है और उसका ओरल टेक कम हो गया है तो आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है. घर पर अगर ऑक्सीमीटर है तो बच्चे के ऑक्सीजन लेवल को चेक करें. 95 से नीचे ऑक्सीजन लेवल आने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.

बच्चों के लिए कितना खतरनाक है कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट :

ओमिक्रोन को लेकर एक्सपर्ट्स की राय बंटी हुई नजर आई है. कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि बच्चों में ओमिक्रोन वेरिएंट का संक्रमण काफी बड़ी परेशानी पैदा कर सकता है. वहीं कुछ एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरस के खिलाफ बड़ों की तुलना में बेहतर काम करती है. बच्चों को कोरोना के हल्के लक्षण तो आ सकते हैं लेकिन, यह उनके लिए जानलेवा नहीं साबित होगा.

इस तरह बच्चों को रखें सुरक्षित : 

कोरोना महामारी के इस दौर में माता-पिता को बच्चों की विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. बच्चे और खुद की साफ सफाई का ख्याल रखें. इसके साथ ही मास्क पहनें और बच्चों को भी इसकी जरूरत समझाएं. इसके साथ ही अगर आपका बच्चा कोरोना संक्रमित हो गया है तो उसके डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा और डाइट लें.

साभार-abp news





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