ओमीक्रोन : नए साल पर पार्टी का प्लान कर रहे लोग एम्स डायरेक्टर डॉ. गुलेरिया की चेतावनी पढ़ लें.....


दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत देश के कई शहरों में जिस तेजी से कोरोना के केस बढ़े हैं, तीसरी लहर की आशंका गहरा गई है। सरकार और प्रशासन ने नए साल के मौके पर आयोजित होने वाली पार्टियों से बचने और घरों में ही रहने की अपील की है।

नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं। नए साल पर जश्न के चक्कर में भीड़भाड़ होने से रोकने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। इस बीच, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने वीडियो संदेश के जरिए लोगों को आगाह किया है। नए साल की शुभकामनाएं देते हुए 2.19 मिनट के अपने संदेश में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। अब भी केसेज आ रहे हैं। लेकिन पिछले साल की तुलना में हमारी स्थिति इस साल बहुत बेहतर है।

ऑक्सीजन, ICU की तैयारी बेहतर :

गुलेरिया ने कहा कि इस साल हम लोगों में प्राकृतिक इम्युनिटी या वैक्सीन के कारण इम्युनिटी बहुत ज्यादा है। वैक्सीन बहुत ज्यादा लोगों को लग चुकी है और इस कारण हमारी स्थिति इम्युनिटी को लेकर बहुत अच्छी है। साथ ही हमारी तैयारी भी बेहतर है, चाहे हम कोविड सेंटर-अस्पताल की बात करें, ऑक्सीजन या आईसीयू की बात करें उसकी पूरी तैयारी भी की गई है।

कोरोना से लड़ने के दो हथियार :

उन्होंने कहा कि लेकिन ये समझना बहुत जरूरी है कि हमें कोविड उपयुक्त व्यवहार जरूर करना है। अगर वैक्सीन लगवाने की हमारी बारी आती है तो चाहे वह पहली या दूसरी डोज हो, हम उसे जरूर लगवाएं क्योंकि यही दो हथियार हैं जिससे हम संक्रमण की श्रृंखला को रोक सकते हैं और बीमारी की गंभीरता को कम कर सकते हैं।

ओमीक्रोन पर बोले, घबराने की बात नहीं :

डॉ. गुलेरिया ने आगे कहा कि जो नया वेरिएंट ओमीक्रोन आया है, उसमें हमने देखा है कि ये हल्की बीमारी देता है, फेफड़ों में ज्यादा नहीं जाता है और इसके लक्षण ज्यादातर बुखार, जुकाम, नजला, शरीर दर्द और खांसी ही रहती है इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है। लेकिन मैं सबसे यही कहूंगा कि पिछली बार की तरह चीजों को इकट्ठा न करें, दवाओं या ऑक्सीजन को... उसकी कोई जरूरत नहीं है।

एम्स चीफ ने कहा कि दुनिया में तेजी से ओमीक्रोन फैल रहा है और अगर हमें उससे बचना है तो कोविड उपयुक्त व्यवहार, मास्क ठीक ढंग से लगाना, हाथ धोना, दो गज की दूरी रखना और भीड़ इकट्ठे नहीं होने देना है। ये बहुत जरूरी है। हम ये देखें कि ऐसी भीड़ न जुटे कि सुपर स्प्रेडिंग इवेंट बन जाए और हमारे कारण इन्फेक्शन बहुत सारे लोगों में फैल जाए। इसके साथ ही जब भी हमारी बारी आए तो हमें वैक्सीन जरूर लगाना है। इससे हम कोरोना के केसेज कम कर पाएंगे।

साभार- नवभारत टाइम्स



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