बलिया : पहले आओं-पहले पाओं' के आधार पर पंजीकृत कृषक होंगे चयनित


बलिया। उप कृषि निदेशक इन्द्राज ने बताया है कि जैविक खेती कृषि विकास का आधार बने के संकल्प के साथ जीवांश कार्बन बढ़ाने हेतु जनपद में 1830 आबाद राजस्व ग्रामों के बजट के सापेक्ष 953 आबाद राजस्व ग्रामों में एक वर्मी कम्पोस्ट की स्थापना की जानी है। जिले के प्रत्येक न्याय पंचायतों से कम से कम 5-6 आबाद राजस्व ग्रामों का चयन सुनिश्चित किया जाय। लाभार्थी कृषकों का चयन निम्न बिन्दुओं के आधार पर किया जायेगा। जिसमें ग्राम का एक ऐसा कृषक जो ग्राम में निवास करता हो, जिसके पास कम से कम 01 एकड़ भूमि हो तथा शेड निमार्ण कर वर्मी कम्पोस्ट यूनिट की स्थापना करने का इच्छुक हो, का चयन किया जायेगा। योजनान्तर्गत उक्तानुसार "पहले आओं-पहले पाओं' के आधार पर पंजीकृत कृषकों में से ही चयन किया जायेगा। इस हेतु आवश्यक होगा कि जिस वर्ग व श्रेणी में ग्राम पंचायत आरक्षित है, उसी वर्ग व श्रेणी के इच्छुक कृषक विभागीय बेबसाइड पर अपना पंजीकरण कराये। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति हेतु आरक्षित ग्राम सभाओं में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कृषक का ही चयन किया जायेगा। महिलाओं हेतु आरक्षित ग्राम सभाओं में महिला कृषक का चयन किया जायेगा।

पूर्व वर्षों में चयनित हो चुके कृषकों का चयन पुनः नहीं किया जायेगा।योजनान्तर्गत संबंधित ग्राम में जिस श्रेणी के कृषक के लिए वर्मी कम्पोस्ट यूनिट आरक्षित होगी, उस श्रेणी के पात्र कृषक की उपलब्धता न होने की दशा में अन्य इच्छुक पात्र पंजीकृत कृषकों में से "पहले आओं-पहले पाओं' के आधार पर चयन कर लिया जायेगा।




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