बलिया : डाँ० पाठक चुने गए "राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद" के कार्यकारिणी के सदस्य


बलिया के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य एवं भूगोल विभागाध्यक्ष तथा वर्तमान में जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया,उ०प्र० के शैक्षणिक निदेशक डाँ० गणेश कुमार पाठक को राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद के लिए मध्य भारत क्षेत्र (सेन्ट्रल जोन) से कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में चयन किया गया है। कार्यकारिणी के रूप में डाँ० पाठक का यह चयन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद के 43 वें अधिवेशन में सर्व सम्मति से किया गया। डाँ० पाठक को यह उपलब्धि उनके द्वारा भूगोल एवं पर्यावरण के विकास में अनवरत किए गये योगदान को दृष्टिगत रखते हुए किया गया है। इसके साथ ही साथ इस वर्ष "बिहार एवं झारखण्ड ज्योग्राफिल एशोसियेशन" की कार्यकारिणी में भी डाँ० पाठक का चयन 'इक्सटरनल रिप्रेजेण्टेटिव' के रूप में किया गया है। डाँ० पाठक की इन दोनों उपलब्धिओं से जनपद के बौद्धिक जगत में खुशी की लहर दौड़ गयी है।

उल्लेखनीय है कि डाँ० की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। इस वर्ष इनकी महत्वपूर्ण पुस्तकों में आपदा प्रबंधन तथा सेवाकेन्द्र एवं ग्रामीण विकास प्रकाशित हुई हैं तथा बलिया का भौगोलिक परिदृश्य, प्राकृतिकआपदाएँ, मानवजनित आपदाएँ एवं उनका प्रबंधन तथा पर्यावरण, आपदा प्रबंधन एवं जलवायु परिवर्तन शीघ्र ही प्रकाशित होकर आने वाली हैं। डाँ० पाठक अनवरतन चालीस वर्षों से रचनात्मक लेखन करते आ रहे हैं तथा देश की प्रायः सभी प्रतिष्ठित पत्र- पत्रिकाओं में इनकी रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। डाँ० पाठक के अनेक शोधपत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं। डाँ० पाठक सेवा निवृत्ति के बाद भी मनोयोग से लेखन कार्य में लगे हुए हैं एवं आधुनिक पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन का काम कर रहे हैं। डा० पाठक पर्यावरण संरक्षण में भी एक कर्तव्यनिष्ठ पर्यावरणविद् के रूप में निरन्तर कार्य करते रहते हैं। डाँ० पाठक को अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित भी किया जा चुका है।



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