यूपी : ऐसे विधायकों को बीजेपी इस बार नहीं देगी टिकट, प्रदेश संगठन ने चुनाव न लड़ाने की बताई वजह

भाजपा के प्रदेश संगठन ने साफ कर दिया कि पार्टी के चुनावी कार्यक्रमों और तैयारियों में रुचि ना लेने वाले विधायकों की मुश्किलें बढ़ेंगी। विधायकों को दो टूक समझा दिया गया कि मतदाता सूची में नए वोट ना बढ़वाने वाले विधायक अपना टिकट कटा ही समझें। प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने तो बृज की बैठक में यहां तक कह दिया कि लगता है 15-20 विधायकों ने तो मान लिया है कि उनका टिकट कट रहा है या उन्हें चुनाव नहीं लड़ना है। संगठन के नेताओं ने समझा दिया कि हरेक व्यक्ति का पूरा रिपोर्टकार्ड उनके पास है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों, सांसदों, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों को टीम वर्क से काम करने का मंत्र दिया। कहा कि बीते साढ़े चार साल में हर क्षेत्र के लिए कुछ ना कुछ काम हुआ है। जरूरत है कि संगठन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पार्टी पदाधिकारियों, सांसदों के साथ बेहतर समन्वय बनाते हुए टीम के रूप में चुनाव में जाएं, निश्चित ही जीत हमारी होगी।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को बृज और कानपुर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसानों पर पराली जलाने के संबंध में दर्ज मुकदमें सरकार वापस ले रही है। सुनील बंसल ने विधायकों से कहा कि सदस्यता सहित पार्टी के दूसरे अभियान में पूरी रुचि लें। वोट जरूर बढ़वाएं। कोई भ्रम में ना रहे, सबकी रिपोर्ट हमारे पास है। उन्होंने आगामी चुनावी कार्यक्रमों की रूपरेखा विस्तार से समझाई। कहा कि जनप्रतिनिधि और संगठन के लोग सामाजिक सम्मेलनों, जल्द शुरू होने जा रहे सदस्यता अभियान में पूरी रुचि लें। इस बार डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य है।

विधायक तालमेल बनाएं, जिलाध्यक्ष दरबार ना लगाएं : स्वतंत्रदेव

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि चुनाव के समय टिकटार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। जिला और शहर संगठन के लोग ऐसे लोगों को ज्यादा हवा ना दें। वे नए टिकटार्थी पैदा ना करें। पूरा ध्यान चुनावी तैयारियों पर केंद्रित करें। उन्होंने विधायकों से कहा कि संगठन के साथ बेहतर तालमेल बनाएं। वहीं जिला और शहर अध्यक्षों को नसीहत दी कि वो अपने यहां दरबार ना लगाएं। कानपुर क्षेत्र की बैठक में यूपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, उपमुख्यमंत्री द्वय केशव मौर्या, दिनेश शर्मा, प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी व प्रियंका रावत सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

मंथन बैठक की कवायद का यह है मकसद 

भाजपा इन दिनों चुनावी मंथन में जुटी है। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में क्षेत्रवार बैठकों में इलाकेवार नब्ज टटोली जा रही है। तालमेल ठीक रखने को जनप्रतिनिधि और संगठन साथ बुलाए गए हैं। इन बैठकों में सुझाव मांगे गए कि चुनावी गुणा-गणित भाजपा के पक्ष में करने को क्या-क्या और करने की जरूरत है। यूपी के रण में अब करीब तीन महीने से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में भाजपा ने अपने चुनावी रोडमैप को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी है।

साभार- हिन्दूस्तान





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