यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने वेबसाइट पर गुरुवार को सूचना जारी कर बताया कि वर्ष 2021 के घोषित हुए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम से जो परीक्षार्थी असंतुष्ट हैं वे यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने कोरोना महामारी के चलते इस साल बिना परीक्षा कराए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम घोषित किया है। परिणाम घोषित करने के लिए अंक निर्धारण के नए मानक तय किए गए। इसके लिए अंक जुटाने में यूपी बोर्ड को विद्यालयों पर निर्भर होना पड़ा। परिणाम घोषित किए जाने के साथ ही अंकों को लेकर छात्र-छात्राओं की ओर से सवाल उठने लगे। अंक दिए जाने में गड़बड़ी और स्कूल से अंक भेजे जाने के बाद भी रिजल्ट विदहेल्ड किए जाने के साथ कई और तरह की आपत्तियां बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज पहुंचने लगीं। अब बोर्ड ने परिणाम से असंतुष्ट होकर पुन: परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों से प्रार्थना पत्र मांगा है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने वेबसाइट पर गुरुवार को सूचना जारी कर बताया कि वर्ष 2021 के घोषित हुए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम से जो परीक्षार्थी असंतुष्ट हैं, वे यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए उन्हें परीक्षा में पुन: शामिल होने के आशय का प्रार्थना पत्र अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को तुरंत देना होगा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ऐसे परीक्षार्थियों के अनुक्रमांक एवं आवेदित विषयों को परिषद की वेबसाइट पर विद्यालय लागइन के जरिये 16 से 31 अगस्त तक अपलोड कराएंगे। परीक्षार्थी आगामी परीक्षा में निश्शुल्क सम्मिलित हो सकते हैं। इनका जो परीक्षाफल घोषित किया जाएगा, वह वर्ष 2021 का ही माना जाएगा। क्षेत्रीय कार्यालय, रिजल्ट में अंक न चढ़ने, अंक का स्थान खाली रहने जैसी आई शिकायतें जुटा रहे हैं। 11 अगस्त तक यह शिकायतें ली जाएंगी, उसके बाद पड़ताल के लिए इन्हें संबंधित स्कूलों को भेजा जाएगा, ताकि समाधान कर अंकपत्र दुरुस्त कर जारी किया जा सके।
बता दें कि यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2021 के रिजल्ट में अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में लिखित परीक्षा न होना 55.36 लाख छात्र-छात्राओं के लिए वरदान साबित हुआ। बोर्ड के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल में 99.53 व इंटर में 97.88 फीसद उत्तीर्ण हुए हैं। 31 जुलाई को जारी परिणाम में विशेष फार्मूले के तहत उम्दा अंकों से सफल होने वालों की भरमार है, हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस वर्ष मेरिट जारी नहीं की गई है।
यूपी बोर्ड ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं रद कर दी थी। दोनों परीक्षाओं का परिणाम तैयार करने के लिए फार्मूला तय करके उसे जारी किया गया है। हाईस्कूल परीक्षा के लिए कुल 29 लाख 96 लाख 31 विद्यार्थी पंजीकृत थे, उनमें से 29 लाख 82 हजार 55 उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें 16 लाख 68 लाख 868 छात्र व 13 लाख 13 हजार 187 छात्राएं हैं। ऐसे ही इंटर के लिए 26 लाख 10 हजार 247 विद्यार्थी पंजीकृत थे, उनमें से 25 लाख 54 हजार 813 उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें 14 लाख 37 हजार 33 छात्र व 11 लाख 17 हजार 780 छात्राएं हैं।
साभार- जागरण
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