संक्रमित बच्चों के लिए में इन 6 बातों का रखें ध्यान, सेल्फ मेडिकेशन के दौरान नहीं यूज करें ये दवाएं


गाइडलाइन के अनुसार, बच्चों  को 6 मिनट वॉक टेस्ट की भी सलाह दी गई है। कहा गया कि बच्चों की उंगली में पल्स ऑक्सीमीटर लगा कर उनसे 6 मिनट तक लगातार टहलने को कहा जाए। 

देश में अभी भी कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं। दूसरी लहर के बाद केन्द्र सरकार ने तीसरी लहर को लेकर भी अलर्ट किया है। राज्य और केन्द्र सरकारें कोरोना वायरस की तीसरी संभावित लहर के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इसी बीच केन्द्र सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी है, इसके अनुसार, अब कोरोना संक्रमित बच्चों को इलाज के दौरान स्टेरॉयड और एंटी वायरल रेमडेसिविर का प्रयोग नहीं करने को कहा है।

6 मिनट वॉक की सलाह

गाइडलाइन के अनुसार, बच्चों को 6 मिनट वॉक टेस्ट की भी सलाह दी गई है। कहा गया कि बच्चों की उंगली में पल्स ऑक्सीमीटर लगा कर उनसे 6 मिनट तक लगातार टहलने को कहा जाए, अगर इस दौरान उनका सेचुरेशन 94 से कम पाया जाता है तो उनमें सांस लेने में तकलीफ होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर के अनुसार ही दवाएं करें। 

बच्चों के इलाज से पहले इन बातों का रखें ध्यान

1.  गाइडलाइन के अनुसार, एंटी वायरल ड्रग रेमडेसिविर बच्चों पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, क्योंकि इसके लिए फिलहाल पर्याप्त जानकारी नहीं है और ये बच्चों के लिए कितनी सुरक्षित है। डॉक्टर की सलाह पर ही इसे लें। 

2.  स्टेरॉयड उन बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं, जिनमें कोरोना के ज्यादा लक्षण नहीं हों। सेल्फ मेडिकेशन के दौरान इसका उपयोग नहीं करें। 

3.  स्टेरॉयड का अगर इस्तेमाल किया जाना है तो ये सही वक्त आने पर ही होगा। इसके लिए डॉक्टर तय करेंगे।

4.  सीटी स्कैन इलाज कर रहे डॉक्टरों को सलाह पर ही कराएं।

5.  जिन बच्चों में कोरोना के कम लक्षण हों, उनके लिए एंटी माइक्रोबियल का यूज नहीं करें।

6.  4 से 6 घंटे के समय में हल्के लक्षण वाले बच्चों के लिए 10-15 एमजी की पैरासिटामोल दी जा सकती है। 




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