Ayush Mantralaya on Corona : इस टैबलेट को पॉली हर्बल फॉर्मूले से तैयार किया गया है जिसमें चिरायता, करंजलता के बीज और कुटकी मिलाया जाता है।
Corona Virus : कोरोना वायरस का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। भारत में पिछले करीब 10 दिनों से रोज संक्रमितों की संख्या में इजाफा ही देखने को मिल रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में लगभग 3 लाख 86 हजार नए लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं। लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच वैज्ञानिक, स्वास्थ्य विशेषज्ञ मरीजों को बचाने और सुरक्षित रखने की तमाम कोशिशों में जुटे हुए हैं। आयुष मंत्रालय भी इसमें पीछे नहीं है, पहले जहां मंत्रालय ने दावा किया था कि आयुष क्वाथ के सेवन से लोगों की इम्युनिटी मजबूत होती है। वहीं, अब आयुष-64 के बारे में भी कहा जा रहा है कि कोरोना के हल्के लक्षणों को कम करने में ये प्रभावी है। आइए जानते हैं विस्तार से :–
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स : सेंटर फॉर रियूमैटिक डिजीज के एक्सपर्ट्स ने बताया कि कोविड-19 के हल्के और मध्यम संक्रमण को दूर करने में आयुष-64 कारगर है। तीन केंद्रों में इसका परीक्षण किया गया है। लखनऊ, वर्धा और मुंबई में 70-70 संक्रमितों पर इस दवा का परीक्षण हुआ।
उनके अनुसार इसके इस्तेमाल से मरीजों को कम समय तक अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। मरीजों में चिंता, नींद, मूड, हेल्थ और थकान को बेहतर करता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार जिन मरीजों ने आयुष-64 का सेवन किया, उनकी कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट महज साढ़े 6 दिनों में आ गई।
कैसे करें इस्तेमाल : इस टैबलेट को पॉली हर्बल फॉर्मूले से तैयार किया गया है जिसमें चिरायता, करंजलता के बीज और कुटकी मिलाया जाता है। साथ ही, इसमें सप्तप्रण की छाल भी मौजूद होती है। दिन में 2 गोली को गर्म पानी के साथ लें, एक्सपर्ट्स की मानें तो 2 से 12 हफ्तों तक इसके सेवन से परेशानियां दूर रहेंगी।
इन बीमारियों में है प्रभावी : हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल कई सालों से हो रहा है। बताया जाता है कि 1980 में इस दवा को बनाया गया था ताकि मलेरिया और चिकनगुनिया का इलाज हो सके। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो फ्लू और संक्रमण को कम करता है। इसके अलावा, विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज कंट्रोल करने में एलोपैथिक दवा के साथ लोग आयुष 64 सेवन कर सकते हैं।
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