रेलमंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज सेवानिवृत्त हो रहे रेलकर्मियों को वीडियो लिंक के माध्यम से दी विदाई


गोरखपुर 31 मार्च, 2021: माननीय रेल, वाणिज्य, उद्योग तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री, भारत सरकार श्री पीयूष गोयल ने 31 मार्च, 2021 को सम्पूर्ण भारतीय रेल से सेवानिवृत्त हो रहे 2614 रेलकर्मियों को 31 मार्च, 2021 को कान्फ्रेस हाल, रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली से वीडियो लिंक के माध्यम से बिदाई दी तथा उनके सुखमय भविष्य की कामना की।

सेवानिवृत्त रेलकर्मियों को सम्बोधित करते हुये श्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के लिये यह कठिन समय है। इस कठिन समय में भी हम आगे बढ़ रहे है। आज हमारें देश भर के सभी रेल परिवार के सम्मानित सदस्यगणों में 2614 रेल सदस्य सेवा निवृत्त हो रहे है जो रेलवे की प्रगति में शामिल रहे है। बहुत सारी उपब्धियां इस कोविड के समय में भारतीय रेल ने हासिल की है जो सराहनीय है। आज तक के आंकड़ों के हिसाब से भारतीय रेल पर माल लदान 1230 मिलियन टन हो गयी है, जो आज तक के इतिहास से सबसे ज्यादा है, जिसके लिये आप सभी बधाई के पात्र है। सितम्बर, 2020 से मार्च, 2021 तक 07 माह में भारतीय रेलवे ने रिकार्ड लोडिंग की है। यह सब एक सोची समझी रणनीति और आप सभी के परिश्रम का फल है। यह सामूहिक उपलब्धि है जिससे हमें और आगे ले जाना है। इसके लिये इसी उत्साह से हमें आगे भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल, 2021 से मार्च, 2022 तक हम हर माह नये कीर्तिमान स्थापित करें। आगे हम ऐसा राजस्व अर्जित करें जिससे कि हम आत्मनिर्भर बन सके। श्री गोयल ने कहा कि समयबद्वता के क्षेत्र में भी हमने अच्छी प्रगति की है। इसे हमें शत-प्रतिषत बनाने का प्रयास जारी रखना है। हमें पूरी व्यवस्था को गुणवत्तापूर्ण बनाना है। श्री गोयल ने कहा कि इस वर्ष रेलवे के इतिहास में सबसे अधिक स्क्रैप निस्तारित किया गया है। विद्युतीकरण के क्षेत्र में भी हमने इतिहास बनाया है। पर्यावरण व रेल के लम्बी अवधि के लाभ के लिये भी विद्युतीकरण बहुत आवष्यक था। एक वर्ष में लगभग 6000 किमी. विद्युतीकरण हुआ है जो कि गर्व की बात है। कोविड के कठिन दौर भी हमने बड़े-बड़े कार्य किये है। किसानों को सही उपज मिले इसके लिये 45 रूटों पर 436 किसान रेल चलायी गयी जिनसे एक लाख चालीस हजार टन कृषि उपज को देश के कोने-कोने में पहुँचाया गया। जहाँ भी किसानों को जरूरत होगी, आगे भी किसान रेल चलायी जाती रहेगी। उन्होंने कहा कि पूरा रेल परिवार एक फौज की तरह है। अभी तक 1619 आई.सी.एफ. कोचो को एन.एम.जी. कोचों में बदला गया। आटोमोबाइल लोडिंग 90 प्रतिषत बढ़ी है। रोड ओवर ब्रिज, ट्रैक रिन्यूवल एवं संरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हुए। श्री गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे को निवेष की आवष्यकता है जिसे हम पब्लिक प्राइवेट सेक्टर से पूरा करेंगे। इससे हमें आय एवं नई तकनीकी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल की मालकियत सरकार की ही रहेगी। रेलवे को प्राइवेटाइज करने का कोई प्रस्ताव एवं चर्चा की संभावना नहीं है। इसे प्राइवेटाइज नहीं किया जायेगा। उन्होंने सभी सेवा निवृत्त रेलकर्मियों का आभार जताते हुए उन्हें रेल को आगे बढ़ाने के लिये धन्यवाद दिया तथा उनके सुखमय जीवन की कामना की साथ कोविड महामारी के दूसरे चरण के लिये पर्याप्त बचाव करते रहने के लिये कहा।

अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली श्री सुनीत शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि रेलवे को नई ऊँचाईयों पर ले जाने के लिये आप सभी ने समर्पित एवं एकजुट होकर अच्छा कार्य किया है जिससे आज रेलवे नई ऊँचाईयों पर दिखाई दे रही है। आप सभी स्वस्थ एवं दीघार्यु रहे, इसके लिये शुभकामनायें दी। 

मुख्यालय, गोरखपुर में 31 मार्च, 2021 को सेवानिवृत्त हो रहे 17 अराजपत्रित रेलकर्मियों को सहायक कार्मिक अधिकारी श्री अनिरूद्व प्रसाद ने गोल्ड प्लेटेड मेडल, समापक राशि का प्रपत्र एवं सेवा प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में रेल कर्मचारी तथा सेवा निवृत्त कर्मचारियों के परिजन उपस्थित थे। कार्यक्रम में सामाजिक दूरी एवं सुरक्षा मानकों का पालन किया गया।                                  

(पंकज कुमार सिंह)                                                               मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी। 



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