मां-बेटी एक ही मंडप में दुल्हन बनी, एक साथ रचाई शादी, जानें पूरा मामला


नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। कोरोना काल में हो रही शादियों के कई अजीबोगरीब वीडियो और तस्वीरे देखने को मिल रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है। यहां पर एक मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक शादी का समारोह रखा गया। इस समारोह में 53 साल की मां और उनकी 27 साल की बेटी ने एक ही मंडप और एक साथ ब्याह रचाया। यह पढ़कर आप जरूर चौंक गए होंगे। आखिर एक मां और बेटी की शादी एक साथ कैसे हो सकती है। यह सामूहिक विवाह समारोह इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है।

25 साले हो गया था पति का निधन गोरखपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित एक समारोह में 53 वर्षीय बेली देवी महिला की भी शादी हुई है। दरअसल, जिनके पति को गुजरे हुए 25 साल हो चुके हैं। उन्होंने अपने पति के छोटे भाई 55 वर्षीय जगदीश के साथ शादी की है। जगदीश पेशे से एक किसान हैं और अब तक उनकी शादी नहीं हुई थी। इस समारोह में करीब 63 युगल आपस में शादी के बंधन में बंधे, जिसमें एक मुस्लिम जोड़ा भी शामिल रहा। लेकिन इसमें मां और बेटी की शादी चर्चा का विषय बनी हुई है।

बेटी के साथ रचाई शादी बेली देवी ने शादी के बाद पत्रकारों को बताया कि उनके दो बेटे और दो बेटियों की पहले ही शादी हो चुकी है। जब मेरी छोटी बेटी की शादी होने जा रही थी, तो उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना अपने देवर के साथ शादी के बन बंधन में बन जाना चाहिए। दोनों ने इसी मंडप में हमेशा-हमेशा के लिए एक-दूजे के हो जाने का फैसला लिया। दोनों ने अपने बच्‍चों और गांववालों से भी इस बारे में मशविरा किया। उनके इस फैसले पर सभी सहमत रहे। इसके बाद उन्होंने अपने देवर से शादी रचा ली। इस शादी से उनके सभी बच्चे बहुत खुश है।

शादी से परिवारवालें बहुत खुश बेली देवी की सबसे छोटी बेटी का नाम इंदू है। उन्होंने कहा कि मेरी मां और मेरे चाचा ने हमारा ख्याल रखा है और मैं बहुत खुश हूं कि अब ये दोनों आपस में एक-दूसरे का ख्याल रखेंगे। इस सामूहिक विवाह समारोह में जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। अपनी मां शादी से परिवार के सभी लोग बहुत खुश है। चारों तरफ इस शादी की चर्चा हो रही है।




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