लखनऊ. यूपी के 19 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का करीब दो हजार करोड़ रुपए बाकी है। अब यह पैसा उपभोक्ताओं से कैसे निकला जाए बिजली अफसर परेशान हैं। यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने एक ऐसी तरकीब बताई कि बिजली विभाग के इंजीनियर्स खुश हो गए। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इंजीनियर को ऐसा फंडा समझाया जिसमें अब ये इंजीनियर लखनऊ के बिजली बकाएदारों के घर जाएंगे, उनसे बात करेंगे, चाय पिएंगे और पूरी कोशिश करेंगे कि उनसे बिजली का अधिक से अधिक बिल निकलवा लें।
चाय पर बिजली बिल का तगादा :-
राजधानी लखनऊ के सभी खंडों में बकाया वसूली का यह अभियान सोमवार से शुरू हो गया है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के फंडे को अप्लाई करने के लिए बिजली विभाग इंजीनियर्स मुस्तैदी के साथ जुट गए हैं। अपने-अपने उपकेंद्रों से बकाए की सूची लेंगे और सीधे बकाएदारों के दरवाजे पर खड़े होकर दरवाजा खटखटाएंगे। फिर बकाएदार के साथ बैठ कर उनके बिल न जमा करने की परेशानी को जानेंगे। चाय पीते हुए बिल जमा करने का उपाय बताएंगे। इस 'चाय पर तगादा' करने के दौरान बकाएदार से बिजली बिल की बकाया जितनी भी रकम निकलवाई जा सके, वो निकालवाने की कोशिश करेंगे।
पूरा मौका मिलेगा :-
अगर उपभोक्ता लाखों का बिजली बिल किस्तों में जमा करना चाहता है, तो उसे दो से तीन किस्तों में बिल जमा करने की छूट दी जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कि बिजली विभाग और उपभोक्ता के बीच बेहतर तालमेल बनाना है।
आखिर विकल्प कनेक्शन काटना :- बिजली विभाग ने बताया कि, जब यह तरीका सफल नहीं होगा तब आखिर विकल्प बकाएदारों के कनेक्शन काटना होगा। बताया जा रहा है कि राजधानी लखनऊ में एक लाख रुपए या उससे अधिक बकाया बिल वाले करीब 27 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। बिजली विभाग का टारगेट है कि 31 दिसंबर तक ये आंकड़ा खत्म किया जा सकेगा।
साभार-पत्रिका
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