भारत में आम तौर पर तीन प्रकार से राशन कार्ड बनते हैं। गरीबी रेखा के ऊपर रहने वाले लोगों को एपीएल, गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों के लिए बीपीएल और सबसे गरीब परिवारों के लिए अन्त्योदय। राज्य सरकारें अपने नागरिकों को राशन कार्ड जारी करती हैं, लेकिन अगर आप गलत डॉक्यूमेंट्स के साथ राशन कार्ड बनाते हैं तो आपको जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है।
सरकार ने राशन कार्ड को गरीब नागरिकों को बेहद सस्ती दर पर अनाज मुहैया कराने के लिए जारी किया था। सस्ते अनाज के अलावा राशन कार्ड के अनेकों फायदे हैं, जिसकी वजह आमजन किसी भी कीमत पर राशन कार्ड पर पाने की फिराक में रहते है। लेकिन फर्जी राशन कार्ड बनवाने वालों को लेकर सरकार सख्त हो गई है।
भारत सरकार के फूड सिक्योरिरटी एक्ट के तहत अगर आप फर्जी राशन कार्ड बनाते हैं तो आपको पांच साल की सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है। इसलिए अगर आप राशन कार्ड बनाते हैं तो सही जानकारी ही खाद्य विभाग को दें। अगर सही जानकारी आप नहीं देते हैं तो आपको पछताना भी पड़ सकता है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने पूरे देश में वन नेशन वन राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी सुविधा लागू कर चुकी है। अब तक इस सुविधा से देश के 26 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल हो चुके हैं। इस सुविधा के जरिए उपभोक्ताओं को अब दूसरे राज्यों में भी राशन मिल सकता है। इसके लिए अब उस व्यक्ति का उस राज्य का निवासी होना जरूरी नहीं है।
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