राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक ई मेल आईडी पर एक विस्तृत पत्र भेजकर प्रदेश में 15 दिन का लॉकडाउन प्रभावी किए जाने की अपील की है। उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति अवगत कराया है कि प्रदेश में 5000 से भी अधिक कोविड-19 के रोगी प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक कोविड के रोगी हैं।
राजधानी में स्थित कई सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी कोविड के शिकार हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन बोर्ड नगर निगम, स्वास्थ्य भवन, राजस्व परिषद, लखनऊ विश्व विद्यालय, जवाहर भवन, लोक भवन एवं सचिवालय के कई अन्य विभागों के साथ-साथ प्रदेश के दर्जनों विभागों में कोरोना अपने पैर प्रसार चुका है।
वहीं, विभागों के कई कर्मचारी व अधिकारी कोविड-19 की चपेट में हैं, ऐसे में प्रदेश में कार्यालयों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। कर्मचारियों में कोविड-19 का डर भी बढ़ता जा रहा है। जे एन तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि प्रदेश में कुल आबादी का लगभग 1 प्रतिशत कोविड-19 से प्रभावित हो गई है।
15 दिन का लॉकडाउन प्रभावी करने पर विचार करें। इससे कोरोना को भगाने में लगे कर्मचारियों को कुछ राहत मिलेगी, कार्यालयों का प्रॉपर सैनिटाइजेशन हो जाएगा तथा कोरोना की चेन भी ब्रेक होगी। जे एन तिवारी ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में अवगत कराया है कि आज से 10 दिन पूर्व उत्तर प्रदेश में कुल कोविड रोगियों की संख्या 131763 थी, जो अब बढक़र दो लाख से अधिक हो गई है। अर्थात लगभग 69000 से भी अधिक रोगी विगत 10 दिनों में बढ़ गए हैं।
यह बात भी सही है कि लॉकडाउन से प्रदेश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है, उद्योग धंधों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है लेकिन हमारे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जी ने जनता की सुरक्षा, संरक्षा तथा उनके जीवन को बहुमूल्य समझकर ही कोविड-19 की सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की है। वर्तमान में देश की जनता में कोविड के बढ़ते हुए प्रकोप को लेकर चिंता भी बढ़ रही है। इस समय प्रदेश की अधिकांश जनता लॉकडाउन प्रभावी किए जाने के पक्ष में है।
जेएन तिवारी ने जनता की भावनाओं के अनुरूप प्रदेश में 15 दिन का लॉकडाउन प्रभावी करने पर विचार का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन संभव ना हो तो कम से कम उन जनपदों में जहां पर मरीजों की संख्या 2000 से ज्यादा है, 15 दिन का लॉकडाउन प्रभावी करने पर जरूर विचार किया जाना चाहिए। प्रदेश के उन जनपदों की स्तिथि निम्न प्रकार है, जहां 5000 से अधिक या उसके आसपास कोविड रोगी हैं।
इसके अलावा झांसी, जौनपुर, बलिया, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, देवरिया, आगरा, आजमगढ़, सहारनपुर, बाराबंकी, गाजीपुर अयोध्या, शाहजहांपुर, रामपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, गोंडा, हरदोई, बुलंदशहर, सिद्धार्थ नगर, लखीमपुर, पीलीभीत, मथुरा, सुल्तानपुर, बहराइच, संत कबीर नगर, उन्नाव, सीतापुर, चंदौली, इटावा, मुजफ्फरनगर और बस्ती इन 33 जनपदों में 2000 से अधिक या 2000 के आसपास कोविड रोगी हैं।
0 Comments