बलिया। जनपद में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत योजना) के तहत छुटे पात्र लाभार्थियों की तलाश करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से सत्यापन और सर्वे अभियान शुरू करेगा। इसके मद्देनजर सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सभी जिलों को सूचित किया जिसमें आयुष्मान भारत योजना और योजना के अंतर्गत आने वाले पात्र लाभार्थी परिवारों का भौतिक सत्यापन करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सीएमओ डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि परिवारों का भौतिक सत्यापन, जन जागरूकता कार्यक्रम एवं ब्लाक स्तर पर डाटा फीडिंग कराते हुए लाभार्थियों की सूची अपडेट की जाएगी। सर्वे में परिवारों के पात्र नए लाभार्थी को जोड़ा जाएगा जबकि मृत सदस्यों का नाम सूची से हटाया जाएगा। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों का घर-घर भ्रमण कर निर्धारित प्रपत्र पर सत्यापन किया जायेगा। परिवार का राशन कार्ड नम्बर एवं परिवार के मुखिया का मोबाइल नंबर एकत्रित किए जाएंगे। सर्वेक्षण के दौरान जिन परिवारों से संपर्क नही हो पाएगा उन परिवारों का वर्गीकरण परिवार की स्थिति में दिए गये श्रेणी के समक्ष सही का निशान लगाकर किया जायेगा।
सीएमओ ने बताया कि आगामी 10 जनवरी से आशा घर-घर जाकर निर्धारित प्रारूप में परिवार की जानकारी भरने का काम करेंगी। 25 जनवरी तक सर्वेक्षण पूरा कर लिया जायेगा।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ हरिनन्दन प्रसाद ने बताया कि सर्वे और सत्यापन अभियान के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है। जल्द ही आशाओं की बैठक की जाएगी और निर्धारित समय सीमा पर ही सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया जायेगा।
आयुष्मान भारत योजना के जिला शिकायत निवारण प्रबन्धक अनुपम सिंह ने बताया कि जनपद में योजना के तहत 1.16 लाख लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। अब तक 3000 से ज्यादा लाभार्थी इस योजना के तहत इलाज करा चुके हैं। इस योजना के तहत जनपद में जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय एवं चयनित 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के अतिरिक्त 12 निजी चिकित्सालय व नर्सिंग होम जुड़े हैं।
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