डीडीएम नावार्ड ने हल्दी के खेत जाकर देखी पौधों की स्थिति


बलिया। नाबार्ड द्वारा प्रायोजित एवं मॉ सुरसरी सेवा संस्थान, कथरिया द्वारा आयोजित 'कृषि क्षेत्र संवर्धन निधि (एफ.एस. पी.एफ.) के अन्तर्गत ऑन साइट डेमोन्स्ट्रेशन ऑफ मेडीसनल प्लांटस, हल्दी और पिपरमिंट' परियोजना जो सोहाव ब्लॉक के कथरिया, दौलतपुर, चौरा, पिपरा, सोबन्था गाँव के 25 किसानों के बीच संचालित है, जिसका अखिलेश कुमार झा, डी.डी.एम., नाबार्ड, बलिया द्वारा पांचो गांव के किसानों के हल्दी के खेत पर जाकर पौधों की स्थिति को देखा गया।

उम्मीद जताई कि इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी। साथ ही इस दौरान सभी चयनित किसानों से परियोजना के अंतर्गत किए जा रहे हल्दी की खेती की प्रगति की जानकारी प्राप्त किया तथा उचित सुझाव और मार्गदर्शन दिए। परियोजना का संचालन कर रहे संस्था के सचिव सुधीर कुमार सिंह ने उम्मीद जताई कि पिपरमिंट के आसवन प्लांट लगाने से इस क्षेत्र में इस वर्ष से पिपरमिंट की खेती को किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जाएगा। इस परियोजना में समय-समय पर संस्था वैज्ञानिकों द्वारा किसानों का मार्गदर्शन कर रही है। हल्दी एवं पिपरमिन्ट की खेती में आने वाली किसानों की प्रत्येक समस्या का समाधान करनें में अपना पूरा सहयोग भी दिया जा रहा है, क्षेत्रीय सहयोगी एवं कार्यक्रम प्रभारी राजनाराण सिंह ने सभी किसानों और अपने सहयोगियो का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर रामनाथ सिंह, जवाहर लाल राजभर, नीबूल राजभर, हरेकृष्ण उपाध्याय, रामकृत, उमेश कुमार राजभर, पंकज कुमार राजभर, दिलीप सिंह, श्रवण सिंह, श्रीराम सिंह, सुनीला सिंह, बबलू सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, यशवन्त सिंह, धनन्जय सिंह, रमेश सिंह, कमलेश सिंह, बिजेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह, कामता सिंह, अक्षय लाल यादव, महेन्द्र सिंह, अमरनाथ यायव, वंशीधर सिंह, संतोष कुमार सिंह, प्रफुल्ल कुमार उपाध्याय, प्रेम नारायण राम, कमला तिवारी, सियाराम सिंह, भोलानाथ यादव, सन्तोष कुमार, जगदीश राम, अनिल कुमार गुप्ता सहित सभी चयनित किसान उपस्थित रहें।


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