बलिया : प्रेम भूषण जी महाराज की कथा सुन भक्ति रस में डूबे श्रद्धालु


भगवान के भजन से मिलता है आत्मिक सुख : प्रेम भूषण जी महाराज

बलिया : बाबा बालखंडी नाथ जी मंदिर के प्रांगण में प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के संकल्प से चल रहे श्रीराम कथा के पांचवे दिन प्रेम भूषण जी महाराज ने प्रभु श्रीराम के बाल लीला व बच्चों के संस्कारों की कथा सुनाई। कथा के दौरान बीच-बीच में भगवान के भजन को सुनाकर प्रेम भूषण जी महाराज ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रेम भूषण जी महाराज ने कहा कि बच्चों की बाललीला ब्रह्मभाव की होती है। बालकों को यदि हम कोई संदेेश देना चाहें तो वे नहीं मानते हैं, लेकिन जैसा हम करते हैं बच्चे भी वैसा ही करते हैं। यदि हम क्रोध करेंगे तो वे क्रोध करेंगे और कीर्तन करेंगे वे भी कीर्तन करेंगे, इसलिए बच्चों को हम अपने आचरण से समझाएं।


श्री रामकथा के माध्यम से भारतीय और पूरी दुनिया के सनातन समाज में अलख जगाने के लिए सुप्रसिद्ध कथावाचक प्रेमभूषण जी महाराज ने कहा कि अगर जीवन में हमें आत्मिक सुख की प्राप्ति करनी है तो हमें श्री राम कथा का गायन, मनन और श्रवण जरूर करना चाहिए। यह आवश्यक नहीं है कि हम घंटों बैठकर से रामकथा सुने अगर हम मन लगाकर 20 मिनट भी कथा सुनते हैं तो यह हमें आत्मिक सुख की प्राप्ति कराती है। कहा कि जैसे गंगा जहां जहां प्रवाहित होती हैं, उस क्षेत्र को पावन कर देती हैं ठीक उसी प्रकार जहां जहां कथा रस की वर्षा होती है, वहां के वातावरण को आलोकित कर देती है। भगवान भोलनाथ भी कथा को कामधेनु कहते हैं। रामकथा सुनने मात्र से सारे सुख प्रदान कर देती है, लेकिन कथा सत्संग का फल सत्कर्मों से मिलता है। बिना सत्संग के विवेक जाग्रत नहीं होता है। जब विवेक जाग्रत हो जाता है तो साधक यजन में और भगत भजन में लीन हो जाता है। भगवत भक्ति श्रद्धा और विश्वास के परिणय से होती है। जीवन में जिसके प्रति हम श्रद्धा रखते हैं, उसका हम आदर करते हैं। 

इस दौरान परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की माताजी तेतरी देवी व मंत्री के अनुज धर्मेंद्र सिंह व जयराम सिंह ने व्यास पीठ का पूजन किया। कथा में पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी, विभाग प्रचारक तुलसी राम, अनिल पांडेय, अशोक सिंह, सुरजीत सिंह, प्रणव सिंह, हर्ष सिंह आदि मौजूद रहे।



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