2 अगस्त को है नाग पंचमी, नोट कर लें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि


नाग पंचमी के दिन जातक कुंडली से जुड़े कालसर्प दोष को दूर करने के लिए कालसर्प पूजन करते हैं।

नाग पंचमी के दिन सर्प देवता की पूजा का महत्व है। इस पूजा में नाग देवताओं को दूध अर्पित करने का विधान है। नाग पंचमी के दिन महिलाएं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए नाग देवता से प्रार्थना करती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन महीने की पंचमी तिथि को नाग देवताओं के पूजा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त को मनाई जाएगी। आइए जानते है नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।

नाग पंचमी तिथि और शुभ मुहूर्त : 

- नाग पंचमी तिथि: 2 अगस्त, 2022

- नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: सुबह 05.43 बजे से 08.25 मिनट तक

- अवधि: 02 घंटे 42 मिनट

- पंचमी तिथि आरंभ: 2 अगस्त को 05.13 बजे सुबह से

- पंचमी तिथि समाप्त: 3 अगस्त को 05.41 बजे सुबह तक

नाग पंचमी व्रत और पूजन विधि : नागपंचमी व्रत के देव 12 नाग माने गए हैं। व्रत करने वाले चतुर्थी के दिन एक समय का भोजन करें। पंचमा के दिन व्रत करके शाम को अन्न ग्रहण करें। पूजना करने के लिए नाग फोटो या मिट्टी की सर्प मूर्ति को चौकी के ऊपर रखें। फिर पूजा करें। सर्प देवता को हल्दी, लाल सिंदूर, अक्षत और पुष्प अर्पित करें। अब कच्चा दूध, घी और चीनी मिलाकर नाग देवता को अर्पित करें। पूजा के बाद आरती करें और कथा सुनें।

नाग पंचमी का महत्व : मान्यताओं के अनुसार नागों को पौराणिक काल से देवता के रूप में पूजनीय माना गया है। नाग पंचमी के दिन सर्प देव की विशेष पूजा का महत्व है। मान्यता है कि नागों की पूजा करने वाले व्यक्ति को सांप के डसने का भय नहीं होता। इस दिन सर्पों को दूध पिलाने और पूजन करने से पुण्य क प्राप्ति होती है। इस दिन घर के प्रवेश द्वार पर नाग चित्र बनाने की परम्परा है।

नाग पंचमी के दिन इन नागों की पूजा की जाती है :

1. अनन्त

2. वासुकि

3. शेष

4. पद्म

5. कम्बल

6. कर्कोटक

7. अश्वतर

8. धृतराष्ट्र

9. शड्खपाल

10. कालिया

11. तक्षक

12. पिड्गल

डिसक्लेमर : इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'




Post a Comment

0 Comments