कब है प्रदोष व्रत? जानें फरवरी के तीसरे सप्ताह के व्रत एवं त्योहार


फरवरी 2022 का तीसरा सप्ताह प्रारंभ होने वाला है. इस सप्ताह में प्रदोष व्रत, माघ पूर्णिमा संत रविदास जयंती, संकष्टी चतुर्थी, छत्रपति शिवाजी जयंती एवं फाल्गुन का प्रारंभ होने वाला है.

फरवरी 2022 का तीसरा सप्ताह प्रारंभ होने वाला है. इस सप्ताह का पहला दिन ही भगवान शिव की आराधना से शुरु हो रहा है. पहले दिन सोम प्रदोष व्रत है. इस सप्ताह में प्रदोष व्रत, माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती, संकष्टी चतुर्थी, छत्रपति शिवाजी जयंती एवं हिन्दू कैलेंडर के 12वें माह फाल्गुन का प्रारंभ होने वाला है. वैलेंटाइन डे भी इस सप्ताह में ही है. आइए जानते हैं कि ये व्रत एवं त्योहार कब हैं, ताकि आप पहले से इन व्रतों के लिए अपनी तैयारी कर लें.

14 फरवरी, सोमवार : प्रदोष व्रत, वैलेंटाइन डे-

प्रदोष व्रत 2022 : माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी दिन सोमवार को है. यह सोम प्रदोष व्रत है. इस दिन भगवान शिव की प्रदोष मुहूर्त में विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष एवं कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.

16 फरवरी, बुधवार : माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती-

माघी पूर्णिमा 2022 : माघ पूर्णिमा या माघी पूर्णिमा 16 फरवरी दिन बुधवार को है. य​ह इस वर्ष के माघ माह की अंतिम तिथि है. माघी पूर्णिमा के दिन नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है. इस दिन चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. पूर्णिमा तिथि को सत्यनारायण भगवान की कथा का आयोजन करना पुण्यकारी होता है.

17 फरवरी, गुरुवार : फाल्गुन माह प्रारंभ-

फाल्गुन 2022 : हिन्दू कैलेंडर के 12वें एवं अंतिम माह फाल्गुन का प्रारंभ 17 फरवरी दिन गुरुवार से हो रहा है. इस माह में विश्व प्रसिद्ध होली का त्योहार मनाया जाता है. फाल्गुन के बाद से नए हिन्दू वर्ष का प्रारंभ चैत्र माह से होता है.गवान की कथा का आयोजन करना पुण्यकारी होता है.

19 फरवरी, शनिवार : छत्रपति शिवाजी जयंती-

छत्रपति शिवाजी जयंती 2022 : इस वर्ष छत्रपति शिवाजी जयंती 19 फरवरी दिन शनिवार को है. छत्रपति शिवाजी महराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को महाराष्ट्र के शिनवेरी में एक मराठा परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी वीरता एवं बुद्धिमता से मराठा साम्राज्य की स्थापना की थी.

20 फरवरी, रविवार : द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी-

संकष्टी चतुर्थी 2022 : फरवरी की संकष्टी चतुर्थी 20 फरवरी दिन रविवार ​को है. यह फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन है. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. इस दिन भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा की जाती है एवं व्रत रखा जाता है.

Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.





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