वैक्सीन को भी चकमा दे रहा ओमिक्रॉन, बचे रहने के ल‍िए तुरंत अपना लीजिए ये 7 आदतें



कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन के मिलने के बाद दुनियाभर में हड़कंप मच गया है। तीसरी लहर आएगी या नहीं, कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन हमें अभी भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहना चाहिए। चूंकि, वायरस कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए घातक है, इसलिए विशेषज्ञों की सलाह है कि अपनी जीवनशैली में बदलाव करके इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का प्रयास करें।

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से दुनियाभर के लोग डरे हुए हैं। इससे पहले दूसरी लहर लोगों के लिए बहुत बड़ा झटका थी। साउथ अफ्रीका से आए कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए तीसरी लहर की आशंका लग रही है। हालांकि तीसरी लहर आएगी या नहीं, कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन हम सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते रहना चाहिए। आपको याद हो, तो पहले और दूसरी लहर में वायरस ने उन लोगों पर सबसे पहले हमला किया, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर थी।

ऐसे में लोगों ने प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने के लिए हर मुमकिन उपाय किए। हालात अब पहले जैसे ही दिखाई रहे हैं, इसलिए हम सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। हमें इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने के लिए जीवनशैली में फिर कई बदलाव करने होंगे और आहार में स्वस्थ खाद्य पदार्थों को शामिल करना होगा। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के अलावा यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को एक्टिव कर सकते हैं। हमें यह समझना होगा क इम्यूनिटी एक दिन या एक सप्ताह में मजबूत नहीं हो सकती। यह आहार और जीवनशैली में बदलाव के लिए लाइफलांग कमिटमेंट है। तो आए जानते हैं तीसरी लहर से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में क्या-क्या बदलाव किए जा सकते हैं।

शरीर को हमेशा तर रखें : बता दें कि शरीर के अंग ठीक तरह से तब ही काम कर सकते हैं, जब शरीर में पानी की अच्छी मात्रा मौजूद हो। चूंकि सर्दियों के मौसम में प्यास जरा कम लगती है, ऐसे में हममें से बहुत लोग कम पानी पीने की गलती कर बैठते हैं, लेकिन याद रखें भले ही हाइड्रेशन सीधे तौर पर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा न हो, लेकिन यह आपके शरीर को ठीक से काम करने में सक्षम बनाता है इसलिए सर्दी के मौसम में भी पानी पीते रहें।

हेल्थ चेकअप जरूर करवा लें : इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने के लिए अपने शरीर पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। शरीर में विटामिन डी, कैल्शियम, आयरन का स्तर जांचने के लिए हेल्थ चेकअप जरूर कराएं। खराबी मिलने पर आप इसके अनुसार इलाज करें और उसी के अनुसार अपनी डाइट प्लान करें।

तनाव से दूर रहें : तनाव सीधे तौर पर आपके इम्यून फंक्शन से जुड़ा है। कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि तनाव के स्तर में वृद्धि और चिंता आपके शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करने का कारण बनती है। इसलिए घबराएं नहीं और ऐसी एक्टिविटीज में शामिल होने की कोशिश करें, जो तनाव कम करने में आपकी मदद कर सकें।

अपनी नींद खराब न करें : खराब नींद का असर आपकी इम्यूनिटी पर पड़ सकता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि नींद का सीधा संबंध इम्यून सिस्टम से होता है। इसलिए यदि आप ठीक से सो नहीं रहे हैं, तो इसे ठीक करने के उपाय करें। यदि इसके बाद भी आपको नींद नहीं आती, तो आपको ज्यादा देर तक न करते हुए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

हेल्‍दी चीजों का सेवन करें : फल, सब्जियां, नट्स, फलियां, बीज जैसे खाद्य पदार्थ पोषक तत्वों से भरपूर हैं। ये सभी आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करेंगे। दरअसल, इन खाद्य पदार्थों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने का काम करते हैं। इतना ही नहीं यह कई स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़ी पुरानी सूजन को भी रोकने में मददगार हैं।

आलस को कहें गुड बाय और एक्‍टिव रहें : पिछले कुछ महीनों में लोगों ने बिना किसी गाइडेंस के हैवी वर्कआउट किया है और इसके दुष्प्रभाव भी देखे हैं। यही कारण है कि अब कई डॉक्टर्स लोगों को हार्ड वर्कआउट रूटीन को शुरू करने से पहले उनसे सलाह लेने के लिए कह रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि सुरक्षित रहने के लिए आप मॉडरेट एक्सरसाइज करें और पूरे दिन फिजिकली एक्टिव रहें। जितना हो सके, उतना चलें। इससे प्रतिरक्षा में सुधार होगा।

आयुर्वेद पर विश्‍वास जगाएं : तीसरी लहर आए या नहीं, लेकिन इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाए रखना आपकी जिम्मेदारी है। इम्यूनिटी अच्छी है, तो आप किसी भी संक्रमण से बचे रहेंगे। आप इसके लिए आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं। अपने नियमित आहार में इम्यूनिटी बूस्टर जैसे अश्वगंधा और गिलोय को शामिल करें। इसके अलावा दिन में एक बार तुलसी की चाय बनाकर पीएं और एक बार गर्म पानी के गरारे करें।

हमें भूलना नहीं चाहिए कि कोरोना अभी भागा नहीं है, इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करें और अपनी जीवनशैली में यहां बताए गए छोटे-छोटे बदलाव करके प्रतिरक्षा को मजबूत बनाएं।

डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

साभार- नवभारत टाइम्स






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