महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए 29 सितंबर तक का समय खास, जानिए किन उपायों से आर्थिक संकट हो सकते हैं दूर

 


इस साल महालक्ष्मी व्रत 14 सितंबर से शुरू हुए हैं और इसकी समाप्ति 29 सितंबर को होगी। मान्यता है जो व्यक्ति इस व्रत को सच्चे मन से रखता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।

हिदू धर्म में महालक्ष्मी व्रत का विशेष महत्व बताया जाता है। ये व्रत हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होते हैं और इसकी समाप्ति आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होती है। इस साल महालक्ष्मी व्रत 14 सितंबर से शुरू हुए हैं और इसकी समाप्ति 29 सितंबर को होगी। मान्यता है जो व्यक्ति इस व्रत को सच्चे मन से रखता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। जानिए माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दौरान क्या उपाय किये जाते हैं।

महालक्ष्मी व्रत के दौरान माता लक्ष्मी की रोजाना सुबह शाम अराधना करें। पूजा के समय ‘ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने के लिए आप स्फटिक, कमलगट्टे या फिर रूद्राक्ष की माला भी प्रयोग कर सकते हैं।

इन दिनों आप घर में श्रीयंत्र की स्थापना भी कर सकते हैं। इस यंत्र को धन वृद्धि का कारक माना जाता है। आप चाहें तो कुबेर यंत्र को भी स्थापित कर सकते हैं।

महालक्ष्मी व्रत के दौरान चांदी के सिक्कों को कौड़ी के साथ रखकर महालक्ष्मी की पूजा करें। फिर इस पर हल्दी और केसर का छिड़काव करें। इसके बाद सिक्कों को तिजोरी में रख दें। माना जाता है ऐसा करने से धन संपत्ति में बढ़ोतरी होती है।

माता लक्ष्मी की विधि विधान पूजा के बाद 7 कौड़ियां उन्हें अर्पित करें। फिर इन कौड़ियों को घर के किसी कोने में दबा दें। माना जाता है इससे धन लाभ होने की संभावना रहती है।

महालक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इनके साथ विष्णु जी की पूजा जरूर करें। साथ ही ॐ महालक्ष्म्यै नमः मंत्र के साथ ही ॐ नमो वासुदेवाय नमः मंत्र का भी जाप करें। मान्यता है ऐसा करने से माता लक्ष्मी के साथ विष्णु जी का आशीर्वाद भी प्राप्त हो जाता है।

धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी जी को गुलाब का फूल जरूर चढ़ाएं और फिर उसे लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख दें। मान्यता है ऐसा करने से धन संबंधी सभी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।




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