पुण्यतिथि : क्षमता की सीख चंद्रशेखर जी के जीवन दर्शन से मिलती है : रामगोविंद चौधरी


बलिया। प्रथम समाजवादी प्रधानमंत्री स्व. चन्द्रशेखर की ही प्रेरणा से मैंने राजनीति में समाजवादी विचारधारा को अपनाया था। आज जब सामाजिक समरसता और राजनीति में विद्वेष चरम पर है इन परिस्थितियों में चन्द्रशेखर जी के विचारों की प्रासंगिकता बढ़ गई है। मुझे इस बात का गर्व रहेगा कि उनके बताए रास्ते पर मैं आज भी चल रहा हूं। वह मेरे राजनीतिक गुरु, अभिभावक और संरक्षक थे। युवा तुर्क की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण नमन करता हूं।

उक्त बाते उत्तर प्रदेश विधान सभा मे प्रतिपक्ष के नेता रामगोविन्द चौधरी ने अपने पानी टंकी जगदीशपुर स्थित आवास पर आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर जी के पुण्यतिथि कार्यक्रम में कही।

कोरोना नियमों के प्रतिवन्ध के तहत आयोजित कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि स्व. चंद्रशेखर जी राजनीति में व्यक्तिगत सम्बन्धो को निभाते हुए अपने सिद्धांतों को कभी नही छोड़े बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ उनकी आवाज़ आजीवन सड़क से लेकर सदन तक गूँजती रही स्पष्ट वादिता एव निर्भीकता उनकी पहचान थी। जो बात एक बार बोल देते थे उसपर अडिग रहने की क्षमता की सीख चंद्रशेखर जी के जीवन दर्शन से मिलती है। 

स्व.चंद्रशेखर जी वोट की राजनीति के पक्षधर नही थे वह देश बनाने और समाज बनाने की राजनीति करते थे। उन्होंने राजसत्ता के बदले 1975 में जेल जाना पसन्द किया था। उनके जीवन से आज के युवा पीढ़ी को सिख लेनी चाहिए। आज के समय मे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही एकमात्र ऐसे नेता दिख रहे है जो चंद्रशेखर जी के नीतियों, सिद्धान्तों को आगे बढ़ा सकते है और समाजवाद का मूल उदेश्य समाज के अन्तिम व्यक्ति के खुसहली हेतु काम कर रहे है।

इस अवसर पर शशिकान्त चतुर्वेदी, आदित्य सिंह योगी, प्रवीण सिंह विक्की, हरेन्द्र गोंड़, पल्लू जायसवाल, विनोद पासवान, बालेश्वर तिवारी, बृजकिशोर यादव, सुनील प्रजापती आदि उपस्थित रहे। 

अध्यक्षता सपा जिला अध्यक्ष राजमंगल यादव एवं संचालन सपा जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय "कान्हजी" ने किया।



            

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