आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में कई नीतियों का वर्णन किया है। ये नीतियां व्यक्ति को सफलता दिलाने के साथ ही सही मार्ग दिखाने में मदद करती हैं। चाणक्य कहते हैं कि अच्छे और बुरे मित्र की पहचान करना मुश्किल होता है। ऐसे में उन्होंने एक श्लोक के जरिए समझाया है कि किन बातों से पता लगाया जा सकता है कि मित्र सच्चा है या नहीं।
1. जो सही मार्ग दिखाए- चाणक्य कहते हैं कि मित्र वही सच्चा होता है जो सही रास्ता दिखाए। जो मित्र गलत कार्यों पर टोके और हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करे, वही सच्चा मित्र होता है। जो व्यक्ति केवल आपकी हां में हां मिलाते हैं वह आपके कभी अच्छे और सच्चे मित्र नहीं हो सकते हैं।
2. किसी भी परिस्थिति में न करे अपमानित- चाणक्य के अनुसार, सच्चा मित्र वही है जो आपको किसी भी परिस्थिति में अपमानित नहीं करता हो। कुछ लोग धन-दौलत आने के बाद निर्धन मित्र के साथ रहने में कतराते हैं। जिन्हें पैसों से लगाव होता है, वे आपके सच्चे मित्र नहीं हो सकते हैं।
3. हर परिस्थिति में दे आपका साथ- नीति शास्त्र के अनुसार, सच्चा मित्र वही है जो आपका हर परिस्थिति में साथ देता है। ऐसा व्यक्ति जो हर समय तत्पर रहता है वही आपका सच्चा मित्र साबित हो सकता है।
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