उत्तर प्रदेश में बड़े राजनीतिक फेरबदल के कयासों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ अब पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं। इससे पहले वह गुरुवार शाम को होम मिनिस्टर अमित शाह से मिले थे। यही नहीं उनकी मुलाकात के बाद अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के आवास पर पहुंची थीं। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि सीएम योगी की मुलाकात अमित शाह से यूपी में फेरबदल या फिर रणनीति को लेकर ही हुई है। कहा जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से भी मिलने वाले हैं।
क्या हैं इन मुलाकातों के मायने?
अभी कुछ दिन पहले ही बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष और पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने लखनऊ का दौरा किया था और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की थी.
इसके बाद आदित्यनाथ के अचानक दिल्ली पहुंचने और केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करने के बाद एक बार फिर राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं.
शाह से मुलाकात के बाद क्या बोले थे योगी?
शाह से मुलाकात के बाद आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया. भेंट हेतु अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए गृह मंत्री का हार्दिक आभार.’’
इस ट्वीट के साथ आदित्यनाथ ने एक तस्वीर भी शेयर की जिसमें वह शाह को ‘‘प्रवासी संकट का समाधान’’ रिपोर्ट की एक प्रति सौंपते दिख रहे हैं.
जब शाह और आदित्यनाथ की मुलाकात चल रही थी उसी समय अपना दल की अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी शाह के आवास पर पहुंचीं. शाह ने ने ट्वीट कर आदित्यनाथ और पटेल से मुलाकात की जानकारी दी और तस्वीरें भी शेयर कीं.
उत्तर प्रदेश के ही निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय कुमार निषाद और संत कबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद ने भी शाह से मुलाकात की.
शाह की पटेल और निषाद पार्टी के नेताओं से मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगी दलों को साधने की बीजेपी की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. पटेल प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्र सरकार में मंत्री थीं लेकिन दूसरी बार जब वह प्रधानमंत्री बनें तो उन्होंने अपना दल की नेता को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी.
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