ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय में कोविड मरीजों का बेहतर उपचार एवं देखभाल



गोरखपुर, 28 मई, 2021: पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय, गोरखपुर स्थित ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय द्वारा रेलकर्मियों एवं उनके परिजनों को विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कोरोना के इस संक्रमण के दौर में भी निरन्तर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। इस चिकित्सालय में नान इन्वेसिव वेंटिलेटर द्वारा गम्भीर मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है। महाप्रबन्धक, पूर्वोत्तर रेलवे श्री विनय कुमार त्रिपाठी के निर्देशानुसार कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना एवं इसमें बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर में बच्चों के लिये पीडियाट्रिक कोविड वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है तथा इस चिकित्सालय में कोविड रोगियों की बढ़ती संख्या एवं आक्सीजन गैस की मांग को देखते हेतु आक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना की जा रही है जिससे आक्सीजन गैस की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। 

ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर के कोविड वार्ड में कुल 260 मरीज भर्ती हुए। जिनमें से 150 गम्भीर मरीजों को नान-इन्वेसिव वेन्टिलेटर पर रखकर सफलतापूर्वक इलाज कर उन्हें उनके घर भेजा जा चुका है तथा 26 नान रेलवे मरीजों को भर्ती कर उपचार किया गया। 

चिकित्सालय में कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से भर्ती कोविड रोगियों के हाल-चाल सम्बन्धी जानकारी उनके परिजनों को देने हेतु एवं कोविड रोगियों को उनके घर से भेजे गये भोजन को कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से रेलवे के पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा कोविड मरीजों को पहुँचाया जा रहा है। कोविड रोगियों को लाने एवं ले जाने के लिये ए.एल.एस. सुविधायुक्त एम्बुलेन्स की व्यवस्था की गयी है, जो 24 घंटे कार्यरत है।

होम आईसोलेशन के मरीजों की मानिटरिंग की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। होम आईसोलेशन में कोविड मरीजों की माॅनिटरिंग हेतु डा. एम.नाथ एवं डा. जया गुप्ता द्वारा एक वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है जिसमें मरीजों का प्रतिदिन हाल-चाल लिया जा रहा है एवं उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं तथा मेडिसिन की जरूरतों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। कोविड मरीजों का चिकित्सकों द्वारा काउन्सलिग भी की जा रही है।

कोविड-19 मरीजों की बढ़ती संख्या एवं कोविड संक्रमण को देखते हुए आर.टी.पी.सी.आर. एवं एंटीजन जाँच केन्द्र ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर के अन्तर्गत दक्षिण औषधालय, गोरखपुर में स्थापित किया गया है। यह चिकित्सालय से अतिरिक्त पैरा मेडिकल कर्मचारी लगाकर कोविड जाँच का कार्य कराया जा रहा है। अभी तक यहाँ कोविड-19 की आर.टी.पी.सी.आर. एवं एंटीजन की 3964 जांच हो चुकी है। चिकित्सालय में सीआरपी एवं एल.डी.एच. जाँच की शुरूआत की गयी है तथा डी-डाइमर एवं फेरेटिन की जाँच, किट मिलने के उपरान्त शीघ्र ही आरम्भ की जायेगी। इस चिकित्सालय के बहिरंग विभाग में कोविड-19 के टीकाकरण हेतु केन्द्र स्थापित किया गया है जिसमें प्रतिदिन रेलवे कर्मचारियों एवं नान-रेलवे के अन्तर्गत आने वाले 45 वर्ष से ऊपर एवं 18-44 वर्ष तक के लोगों को टीकाकरण की सुविधा प्रदान की जा रही है इसके साथ यांत्रिक कारखाना, गोरखपुर में भी कोविड टीकाकरण शिविर लगाकर यांत्रिक कारखाना के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का टीकाकरण सुचार रूप से सम्पन्न किया गया। इसी क्रम में इस चिकित्सालय में अब तक वैक्सीनेशन की कुल 16884 डोज लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य केन्द्र, गोरखपुर छावनी में कोविड-19 टीकाकरण हेतु केन्द्र स्थापित किया जा रहा है जिसमें वैक्सीन मिलने के उपरान्त टीकाकरण आरम्भ किया जायेगा। 

चिकित्सालय के पोस्ट कोविड रोगियों के निगेटिव होने के बाद होने वाली समस्याओं के निवारण हेतु पोस्ट कोविड वार्ड बनाया गया हैं जिसमें पुरूषों एवं महिलाओं के लिये अलग-अलग वार्ड खोला गया है, यहाँ वर्तमान में कुल 13 मरीज भर्ती है। 

डा0 एम नाथ, अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक/नोडल आफिसर (कोविड वार्ड) के निर्देशन में 10 टीमों की ड्यूटी लगायी गयी है जिनमें डा. एम.नाथ, फिजिशियन, डा0 अनिता शर्मा, ऐनेस्थेटिस्ट डा0 स्नेहलता सिंह, ऐनेस्थेटिस्ट, डा0 पवन पाल, फिजिशियन, डा. उमेष मौर्या, डा. दीप्ति पाल, कोविड रोगियों के उपचार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डा0 दुर्गेष चौधरी (आक्सीजन गैस/नोडल आफिसर), डा0 सी.बी.सिंह, डा0 त्रिभुवन चैधरी, सीएमपी चिकित्सक डा0 आकांक्षा, डा0 सत्येन्द्र, डा0 शुभम द्वारा कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को समुचित इलाज एवं उपचार में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। नर्सिग सिस्टर लीना फ्रैंक, धमेन्द्र, सरिता, विनिता त्रिपाठी, रीता पाॅल, अम्बली बालाचन्द्रन, रिंकू कुमारी, एच.एस./आया/एमटीएस- संज्योति हेम्ब्रम, संदीप मिश्रा, शब्बीर एवं जयनाथ, एच.के.ए./सफाई वाला- उर्मिला, राम बहादुर, संविदा एमटीएस-वीरेष पाल, सत्यप्रकाश, सरस्वती, श्वेता आक्सीजन सिलेण्डर के लिये, ड्रेसर-के.के.मराण्डी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कोविड-19 मरीजों के उपचार के दौरान डा0 एम.नाथ, फिजिशियन, डा0 अनिता शर्मा, ऐनेस्थेटिस्ट, डा0 स्नेहलता सिंह, ऐनेस्थेटिस्ट, डा0 उमेेश मौर्या, डा0 अयाज अहमद, डा0 जया गुप्ता, डा0 भारती सिंह, डा0 दिलीप अग्रहरि, डा0 निरूपमा, डा0 अल्का पाण्डेय, डा0 विवेक विशाल शुक्ला, डा0 आवेेेश एवं डा0 हरजीत कौर संक्रमित होते हुए उपचारोपरांत वर्तमान में अपने ड्यूटी को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। 





                                                           

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