नगरा बलिया। लोक तंत्र रक्षक सेनानी मुनीश्वर भाई कुशवाहा त्याग व शालीनता की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया जिससे उनके आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। उनके बताए मार्ग का अनुसरण करके ही बेहतर समाज का निर्माण किया जा सकता है। यह बातें पूर्व विधायक गोरख पासवान ने कही। वे प्रखर गांधीवादी व लोकतंत्र रक्षक सेनानी मुनीश्वर भाई कुशवाहा की आठवीं पुण्यतिथि पर ब्लाक के डवाकरा हाल में बुधवार को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुनीश्वर भाई वास्तव में समाजवादी थे।
विशिष्ट अतिथि डॉ शिव कुमार कौशिकेय ने कहा कि आज इंसान के अंदर से सामाजिकता समाप्त होती जा रही जिससे कार्य संस्कृति का भी अभाव हो रहा है। धनकमाऊ संस्कृति सब पर हावी है जिसमें विकास की चर्चा कागजों में की जा रही है। मुनीश्वर भाई ने आपातकाल की यातनाओं को सहा था,जिससे वे समाज के अंतिम पायदान पर चलने वाले व्यक्ति से बेहद प्रेम करते थे। उनके दोनों पुत्र सम्मान के पात्र हैं जिन्होंने अपने पिता की याद को आज भी जिंदा रखा है। सर्व प्रथम मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि सहित उपस्थित गणमान्य जनों ने मुनीश्वर भाई कुशवाहा के चित्र पर पुष्पार्चन किया। प्रधानाचार्या डॉ शैलजा राय,सपा नेता वीरेंद्र सिंह, शिक्षाविद् डॉ विद्यासागर उपाध्याय, प्रधान अजय सिंह, संजय वर्मा,झुन्ना प्रताप वर्मा,पूर्व जिला पंचायत सदस्य कालिका यादव, राम जियावन यादव,अब्दुल्लाह शाह, कृष्णपाल यादव,महेश वर्मा, अमलेश चौहान, जय प्रकाश यादव, बृजेश यादव आदि मौजूद थे।अध्यक्षता जनार्दन तिवारी व संचालन समाजसेवी मो रब्बानी ने किया। आभार प्रकट दोनो पुत्र उमेशचंद कुशवाहा व डॉ शशि प्रकाश कुशवाहा ने संयुक्त रूप से किया।
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